Cyber attack in America: बीती रात अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा, अमेजन के प्रमुख और सीईओ जेफ बेजोस, डेमोक्रेटिक पार्टी के राष्ट्रपति उम्मीदवार जो बिडेन, माइक्रोसॉफ्ट के बिल गेट्स समेत ना जाने कितने दिग्गजों का ट्विटर अकाउंट एक साथ हैक कर लिया गया. इनमें हर अकाउंट से एक ही ट्वीट किया गया, आप बिटकॉइन के जरिए पैसा भेजिए और हम आपको दोगुना पैसा देंगे.
नई दिल्ली: बीती रात माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर साइबर हमला हुआ. बराक ओबामा, बिल गेट्स समेत दुनिया के कई दिग्गजों के ट्विटर अकाउंट को हैक कर लिया गया जिसके बाद कई घंटों तक ट्विटर ने कुछ ब्लू टिक वाले अकाउंट्स का एक्सेस अपने हाथों में ले लिया जिससे वो ट्वीट नहीं कर पाए. हैकर्स ने इन एकाउंट्स को हैक कर पैसा मांगना शुरू कर दिया. ये पैसा बिटकॉइन के रूप में मांगा जा रहा था. फिलहाल के लिए ट्विटर ने इस समस्या को आंशिक तौर पर ठीक कर लिया है लेकिन इसका स्थाई समाधान निकालने की जरूरत है.
जानकारी के मुताबिक बीती रात अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा, अमेजन के प्रमुख और सीईओ जेफ बेजोस, डेमोक्रेटिक पार्टी के राष्ट्रपति उम्मीदवार जो बिडेन, माइक्रोसॉफ्ट के बिल गेट्स समेत ना जाने कितने दिग्गजों का ट्विटर अकाउंट एक साथ हैक कर लिया गया. इनमें हर अकाउंट से एक ही ट्वीट किया गया, आप बिटकॉइन के जरिए पैसा भेजिए और हम आपको दोगुना पैसा देंगे.
इसके अलावा ट्वीट में ये भी लिखा गया कि अब वक्त आ गया है कि हमने समाज से जो कमाया है, उसे वापस लौटाएं. इन्हीं ट्वीट के साथ बिटकॉइन के जरिए पैसा देने की बात कही गई. उदाहरण के तौर पर बिल गेट्स के ट्विटर अकाउंट से लिखा गया कि हर कोई मुझसे कह रहा है कि ये समाज को वापस देने का वक्त है, तो मैं कहना चाहता हूं कि अगले तीस मिनट में जो पेमेंट मुझे भेजी जाएगी मैं उसका दोगुना लौटाऊंगा. आप 1000 डॉलर का बिटकॉइन भेजो, मैं 2000 डॉलर वापस भेजूंगा.
ट्विटर के सीईओ जैक की ओर से ट्वीट कर कहा गया है कि आज ट्विटर में बहुत ही मुश्किल भरा दिन था, जो हैकिंग हुई उसे हमने रोकने का प्रयास किया. इसके लिए काफी अकाउंट्स को बंद कर दिया गया था, हालांकि अब अकाउंट फिर शुरू किए जा चुके हैं. ये हैकिंग कैसे हुई और इसके पीछे कौन था, इसकी पड़ताल जारी है.
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा, बेंजामिन नेतन्याहू, बिल गेट्स, एप्पल समेत कई जानी-मानी हस्तियों के ट्विटर अकाउंट हैक कर लोगों से पैसा मांगा गया. साइबर सिक्योरिटी हेड करने वाले अल्पेरोविच का कहना है कि आम लोगों को कुछ हद तक नुकसान पहुंचा है. इस हैक के बीच हैकर्स करीब 300 लोगों से 1 लाख 10 हजार डॉलर बिटक्वाइन निकाल पाए हैं.
अब आप सोच रहे होंगे कि ये बिटकॉइन क्या बला है? दरअसल जिस तरह से रुपये और डॉलर से लेनदेन होता है उसी तरह अब बिटकॉइन से भी लेनदेन होता हैं. ये एक डिजिटल करेंसी है, जिसे डिजिटिल बैंक में ही रखा जा सकता है. अभी इसे कुछ ही देशों में लागू किया गया है और हर जगह एक बिटकॉइन की कीमत काफी अधिक है. निवेश के लिहाज से लोगों को ये काफी लुभावना लगता है.