नई दिल्ली। टेस्ला और ट्विटर के मालिक एलन मस्क ने पत्रकारों के सस्पेंडेड अकाउंट्स को री-स्टोर कर दिया है , जो कि ट्वीटर द्वारा सस्पेंड करदिए गए थे । बता दें , इतना ही नहीं कंपनी अगले 30 दिनों में और भी कई सस्पेंडेड अकाउंट्स को पूर्ववत् स्थित करने का प्लान बना रही है। जानकारी […]
नई दिल्ली। टेस्ला और ट्विटर के मालिक एलन मस्क ने पत्रकारों के सस्पेंडेड अकाउंट्स को री-स्टोर कर दिया है , जो कि ट्वीटर द्वारा सस्पेंड करदिए गए थे । बता दें , इतना ही नहीं कंपनी अगले 30 दिनों में और भी कई सस्पेंडेड अकाउंट्स को पूर्ववत् स्थित करने का प्लान बना रही है। जानकारी के मुताबिक हाल ही में मस्क और ट्विटर के बारे में खबरें लिखने वाले कई पत्रकारों के ट्विटर अकाउंट को हमेशा के लिए सस्पेंड कर दिया गया था ।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इन अकाउंट सस्पेंस पत्रकारों में न्यूयॉर्क टाइम्स, वॉशिंगटन पोस्ट, CNN और वॉइस ऑफ अमेरिका के पत्रकार भी शामिल थे। इतना ही नहीं ट्विटर इन पत्रकारों की ट्विटर प्रोफाइल और पुराने ट्वीट्स को भी हटा दिया था बता दें ,पत्रकारों के अकाउंट्स को मस्क ने यह आरोप लगाते हुए सस्पेंड किया था कि वे उनके परिवार को खतरे में डाल रहे हैं और उनके लिए मुश्किले खड़ी कर रहे है । ट्विटर ने पत्रकारों के अकांउट्स सस्पेंड करने से पहले कोई चेतावनी नहीं दी थी और न ही किसी ऑफिसियल प्रोसेस का पालन किया था। पत्रकारों ने भी ट्विटर पर आरोप लगाते हुए कहा कि ‘हमे अकाउंट सस्पेंड करने का कारण भी नहीं बताया गया था’।
हालांकि, मस्क ने अपनी सफाई में कहा था कि इन पत्रकारों ने उनकी लोकेशन के बारे में व्यक्तिगत जानकारी साझा की थी और इसलिए इनके अकांउट सस्पेंड किए गए। मस्क ने आगे कहा कि इन पत्रकारों ने देर रात को मेरे परिवार का पीछा किया।आप पूरे दिन मेरी आलोचना कीजिए , लेकिन मेरी रियल टाइम लोकेशन शेयर करना और मेरे परिवार को खतरे में डालना बिलकुल ठीक नहीं है। कुछ नियम पत्रकारों पर भी लागू होते हैं और उनका पालन करना हमारा कर्तव्य है ।’
ट्विटर ने जब पत्रकारों के एकाउंट्स को सस्पेंड किया था , उसके बाद UN के जनरल सेक्रेटरी एंटोनियो गुटेरेस ने ट्विटर अकाउंट बैन किए जाने के फैसले की निंदा की। बता दें , इतना ही नहीं कई देशों के ऑफिशियल्स और कई लोगों ने भी ट्विटर के इस फैसले की जमकर आलोचना की थी और उन एकाउंट्स को रिस्टोर करने कि मांग की थी । रिपोर्ट्स से मिली जानकारी के मुताबिक़ कुछ ऑफिशियल्स ने यह कहा कि ट्विटर ‘प्रेस फ्रीडम’ को खतरे में डाल रहा है और ये गलत फैसला है । इस लगातार हो रही अलोचना के बाद अब ट्विटर ने पत्रकारों के सस्पेंडेड अकाउंट्स को री-स्टोर करने का निर्णय ले लिया है ।
शुक्रवार रात हुए कई ट्वीट्स कर ट्विटर ने कहा कि उसने कई पॉलिसीज की पहचान की है और जहां रूल्स को तोड़ने के लिए परमानेंट सस्पेंशन एक सही फैसाला नहीं था। कंपनी ने आगे कहा कि जो अकाउंट्स बहाल हैं, उनको अभी भी रूल्स का पालन करना होगा , और जो ऐसा नहीं करेगा उसे इसका खमियाजा भुगतान पड़ेगा और परमानेंट सस्पेंशन सीरियस वॉयलेशन के लिए एक एनफोर्समेंट एक्शन बना रहेगा।
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