नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ डोज से दुनियाभर के बाजारों पर गहरा असर दिख रहा है। सोमवार को एशियाई शेयर बाजार में भारी गिरावट आई है। ऑस्ट्रेलिया, जापान और दक्षिण कोरिया समेत कई देशों के बाजार में 5-10% तक की गिरावट दर्ज हुई है। जापान के निक्केई में बाजार खुलते ही 225 अंकों की गिरावट देखी गई। एक घंटे में 7.1 फीसदी की गिरावट के साथ 31,375.71 पर है। विशेषज्ञों का कहना है कि अभी औरगिरावट देखी जा सकती है।
वहीं, दक्षिण कोरिया का कोस्पी 5.5 फीसदी गिरकर 2,328.52 पर आ गया जबकि ऑस्ट्रेलिया का एसएंडपी/एएसएक्स 200 भी 6.3 फीसदी गिरकर 7,184.70 पर आ गया। हांगकांग के शेयर बाजार में भी भारी गिरावट देखने को मिली। हांगकांग के हैंगसेंग इंडेक्स में 9 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई। शुक्रवार को अमेरिका का नैस्डैक 6 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुआ। अनुमान है कि अगर यही गिरावट भारतीय शेयर बाजार में होती तो सीधे 1400 अंकों की गिरावट आती। एक्सपर्ट जिम क्रेमर का कहना है कि डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ से बाजार में 1987 के बाद सबसे बड़ी गिरावट आ सकती है।
अमेरिका ने भारतीय उत्पादों पर 26% और अन्य देशों पर 10% आयात शुल्क लगाया। चीन ने जवाबी कार्रवाई करते हुए 34% टैरिफ लगाया, जबकि कनाडा ने अमेरिकी वाहनों पर 25% टैरिफ लगाया है। इससे लोगों में तनाव का माहौल है। आयातित वस्तुओं पर लगाए गए नए 10% टैरिफ और दर्जनों देशों पर लगाए गए जवाबी टैरिफ से व्यापारी डरे हुए हैं। यही वजह है कि बाजार से बड़ी मात्रा में पैसा निकाला जा रहा है, जिससे भारी गिरावट देखी जा रही है।
ट्रंप के टैरिफ फैसले से वैश्विक बाजारों में महंगाई की आशंका बढ़ गई है, जिससे मंदी का खतरा गहराता दिख रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि टैरिफ के कारण आयातित वस्तुओं की कीमतें बढ़ेंगी।
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