Stock Market Crash: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ डोज से दुनियाभर के बाजारों पर गहरा असर दिख रहा है। सोमवार को एशियाई शेयर बाजार में भारी गिरावट आई है। सोमवार को खुलते ही भारतीय शेयर बाजार के इंडेक्स सेंसेक्स-निफ्टी क्रैश हो गए हैं। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का Sensex 3000 अंकों की गिरावट से खुला। सेंसेक्स के सभी 30 शेयर गिर गए हैं। इधर कनाडा के नए प्रधानमंत्री ने अमेरिका को सख्त चेतावनी दी है।
कनाडा के नए प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने ट्रंप के टैरिफ को लेकर कड़ी चेतावनी दी है। कार्नी ने कहा कि टैरिफ से कनाडा में रोजगार पर दबाव पड़ेगा लेकिन सबसे ज्यादा नुकसान अमेरिका को उठाना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि वित्तीय बाजारों में पहले से ही संकेत दिखने लगे हैं। ये इशारे अमेरिका में नौकरियां जाने, महंगाई बढ़ने और मंदी की तरफ हैं। ब्रेक्जिट का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि हमने ये सब पहले भी होते देखा है। अमेरिका कमजोर होने जा रहा है।
BSE Sensex 75,364.69 से फिसलकर 71,449 के लेवल पर खुला है जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 1000 अंक की गिरावट से 21758 पर खुला है। Reliance से Tata तक के शेयर क्रैश हो गए हैं। 30 बड़ी कंपनियों के शेयर बुरी तरह टूट चुके हैं। Tata Steel के Share में 10.43 फीसदी गिरावट आई है। Tata Motors Share 8.29%, Reliance Share 4.55%, Infosys Share 7.01%, Tech Mahindra Share 6.85% फिसलकर कारोबार कर रहा है। भारतीय शेयर बाजार में यह 5 साल की सबसे बड़ी गिरावट है। निवेशकों के 18 लाख करोड़ रुपये डूब गए हैं।
जापान के निक्केई में बाजार खुलते ही 225 अंकों की गिरावट देखी गई। एक घंटे में 7.1 फीसदी की गिरावट के साथ 31,375.71 पर है। विशेषज्ञों का कहना है कि अभी और गिरावट देखी जा सकती है। ट्रंप के फैसले से दुनियाभर के शेयर बाजार लहूलुहान हुए पड़े हैं। शेयर में निवेश करने वालों की अरबों-खरबों की पूंजी स्वाहा हो रही। हांगकांग के हैंगसेंग इंडेक्स में 9 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई। शुक्रवार को अमेरिका का नैस्डैक 6 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुआ। एक्सपर्ट जिम क्रेमर का कहना है कि डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ से बाजार में 1987 के बाद सबसे बड़ी गिरावट आ सकती है।