नई दिल्ली: संसद के मॉनसून सत्र पहले रविवार-21 जुलाई को सर्वदलीय बैठक हुई. संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू द्वारा बुलाई गई इस मीटिंग में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ ही पक्ष-विपक्ष के कई नेता शामिल हुए. हालांकि, सत्ताधारी गठबंधन एनडीए के दो बड़े नेताओं ने इस मीटिंग से दूरी […]
नई दिल्ली: संसद के मॉनसून सत्र पहले रविवार-21 जुलाई को सर्वदलीय बैठक हुई. संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू द्वारा बुलाई गई इस मीटिंग में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ ही पक्ष-विपक्ष के कई नेता शामिल हुए. हालांकि, सत्ताधारी गठबंधन एनडीए के दो बड़े नेताओं ने इस मीटिंग से दूरी बनाई है, जिसे लेकर अब तमाम तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं.
संसदीय कार्य मंत्री रिजिजू के द्वारा बुलाई गई इस मीटिंग में हिंदुस्तान अवाम मोर्चा के प्रमुख जीतन राम मांझी और राष्ट्रीय लोकदल के मुखिया जयंत चौधरी नहीं पहुंचे. इन दोनों नेताओं के सर्वदलीय बैठक से गैर-हाजिर रहने पर अब सवाल खड़े होने शुरू हो गए हैं. बता दें कि इस बैठक में एनडीए की ओर से अपना दल की अनुप्रिया पटेल, एलजेपी (राम विलास) से चिराग पासवान समेत कई नेता शामिल हुए हैं.
इसके अलावा सर्वदलीय बैठक में कांग्रेस की ओर से जयराम रमेश, समाजवादी पार्टी की ओर से राम गोपाल यादव, सीपीआई (एमएल) नेता राजा राम सिंह और AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी समेत विपक्ष के कई नेताओं ने हिस्सा लिया. इस मीटिंग में सरकार ने मॉनसून सत्र को लेकर अपने एजेंडे और विधेयकों के बारे मां जानकारी दी. साथ ही संसद की कार्यवाही को सुचारू ढंग से चलाने का अनुरोध किया.
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