Tripura Minister Groped Colleague: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के त्रिपुरा दौंरे के दौरान उनके मंच पर ही ऐसी घटना घटी, जिसे लेकर काफी विवाद हो गया है. मंच पर पीएम की मौजूदगी में ही त्रिपुरा के मंत्री मनोज कांति देब ने अपनी सहयोगी सामाजिक कल्याण और शिक्षा मंत्री संतना चकमा की कमर पर जबरदस्ती हाथ रखा. विपक्ष ने मनोज को मंत्री पद से हटाने की मांग की है. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है.
नई दिल्लीः पिछले हफ्ते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तर-पूर्व राज्यों के दौरे पर थे. इस दौरान उन्होंने असम, अरुणाचल प्रदेश और त्रिपुरा में रैली की और कई विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखी. साथ ही कई परियोजनाओं का उन्होंने उद्घाटन भी किया. त्रिपुरा में बीते शनिवार को मंच पर पीएम मोदी के सामने एक ऐसा वाकया घटा, जिसे लेकर बीजेपी सरकार की काफी किरकिरी हो रही है और इसपर काफी विवाद फैल गया है. मंच पर त्रिपुरा के सीएम बिप्लब कुमार देब भी मौजूद थे. दरअसल, पीएम मोदी जिस समय मंच से रैली करने वाले थे, उससे पहले उन्होंने कुछ परियोजनाओं का भी शुभारंभ किया. इसी दौरान मंच पर मौजूद त्रिपुरा के मंत्री मनोज कांति देब ने अपनी सहयोगी सामाजिक कल्याण और शिक्षा मंत्री संतना चकमा की कमर पर हाथ रखा. महिला मंत्री मनोज कांति देब का हाथ हटाती दिख रही हैं. यह घटना कैमरे में कैद हो गई और इसका वीडियो वायरल हो गया है.
इस मामले में विपक्षी लेफ्ट पार्टी ने त्रिपुरा के सीएम बिप्लब कुमार देव पर हमला बोला और आरोपी मंत्री पर यौन अपनी सहयोगी महिला मंत्री के यौन उत्पीड़न का दोषी बताते हुए हटाने की मांग की है. वहीं, इस मामले में जब मनोज कांति देब ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है. लेफ्ट फ्रंट के कन्वीनर बिजन धर ने कहा है कि मनोड कांति देब को गिरफ्तार करना चाहिए और उन्हें मंत्री पद से हटा देना चाहिए.
बिजन धर ने कहा कि प्रधानमंत्री की मौजूदगी में यह घटना घटी और बीजेपी इसपर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है. धर ने बीजेपी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि प्रदेश में पिछले 11 महीने के दौरान रेप, मर्डर और और किडनैपिंग की घटनाएं बढ़ी हैं.
इस मामले में प्रदेश के बीजेपी प्रवक्ता नबेंदु भट्टाचार्य ने कहा है कि जब महिला मंत्री ने इस मामले को लेकर शिकायत दर्ज नहीं कराई है तो फिर लेफ्ट फ्रंट को क्यों परेशानी रही है और क्यों बीजेपी मंत्री को आचरणहीन बताने पर तुली हुई है. इस बीच यह बताना जरूरी है कि इनखबर इस वीडियो की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं कर रहा है. हालांकि यह सोशल मीडिया पर वायरल है.