तीन तलाक बिल को लोकसभा में पास कर दिया गया है. तीन तलाक की प्रथा को रोकने के लिए कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने लोकसभा में मुस्लिम महिला विवाह अधिकार संरक्षण विधेयक (ट्रिपल तलाक) को पेश किया था. इस दौरान AIMIM प्रमुख असद्दुदीन ओवैसी ने बिल के विरोध में पीएम मोदी की पत्नी का नाम लिए बिना उनपर तंज कसा.
नई दिल्ली.तीन तलाक को अपराध बनाने वाला बिल लोकसभा में पास हो गया है.कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने बिल को स्टैंडिंग कमिटी में भेजने की मांग की थी लेकिन सरकार ने ये कहकर इस मांग को ठुकरा दिया कि संसद में इस पर लंबी बहस हो चुकी है. कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद के इस बयान का विरोध किया कि कांग्रेस ने कोई संशोधन प्रस्ताव नहीं दिया है और कहा कि कांग्रेस ने संशोधन पेश किया है.असदउद्दीन ओवैसी के संशोधन प्रस्ताव को लोकसभा में खारिज कर दिया गया. ओवैसी के पहले संशोधन प्रस्ताव के पक्ष में 2, विरोध में 241 वोट पड़े थे. दूसरे संशोदन प्रस्ताव के पक्ष में 2 और विरोध में 242 वोट पड़े. पहले ध्वनिमत से ओवैसी के संशोधन प्रस्ताव गिरा दिए गए थे लेकिन ओवैसी ने वोटिंग कराने की मांग की जिसके बाद वोटिंग हुई.गौरतलब है कि इसी साल अगस्त में सुप्रीम कोर्ट ने तीन तलाक को अवैध करार दिया था. ऐसे में इसको पूरी तरह से लागू करने के लिए सरकार ने इसपर कानून बनाने का फैसला लिया था.
बता दें कि लोकसभा में चर्चा के दौरान AIMIM प्रमुख असद्दुदीन ओवैसी ने बिल के विरोध में पीएम मोदी की पत्नी का नाम लिए बिना उनपर तंज कसा. ओवैसी ने कहा कि देश में ऐसा कानून बनना चाहिए जिसमें 20 लाख उन महिलाओं को भी न्याय मिले जो अन्य समुदायों से आती हैं और उनके पतियों ने उनका साथ छोड़ दिया है जिनमें गुजरात वाली भाभी भी शामिल हैं. उन्होंने कहा था कि यह बिल पास किया जाना देश में रहने वाली मुस्लिम महिलाओं के अधिकारों का हनन होगा.देखना यह है कि लोकसभा में तो भले ही केंद्र सरकार ने मजबूत बहुमत के दम पर तीन तलाक बिल को आसानी से पास करा लिया है और विपक्ष की बिल को स्टैंडिंग कमिटी में भेजने की मांग को ठुकरा दिया है लेकिन सरकार के पास राज्यसभा में बहुमत नहीं है और जब बिल वहां पेश होगा तब इस कानून का बनना विपक्ष पर निर्भर करता है.