नई दिल्ली. लोकसभा में तीन तलाक (मुस्लिम महिला (विवाह संरक्षण अधिकार) विधेयक 2018) का बिल पास हो गया है. वोटिंग के दौरान लोकसभा सांसदों ने तीन तलाक बिल के पक्ष में मतदान किए. तीन तलाक बिल के पक्ष में 238 वोट पड़े. जबकि 12 मत विपक्ष में पड़े. इस बिल को अब राज्यसभा में पेश किया जाएगा. जहां से पास होने के बाद इस बिल को राष्ट्रपति के पास मंजूरी के लिए भेजा जाएगा. राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद यह कानून का रूप ले लेगा.
वोटिंग से पहले गुरुवार को तीन तलाक विधेयक पर चर्चा हुई. तीन तलाक (तलाक-ए-बिद्दत) प्रथा पर हुई बहस में सत्ता पक्ष के साथ-साथ अन्य सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने अपना पक्ष रखा. बहस पूरी होने के बाद इस बिल पर वोटिंग कराई गई. वोटिंग से पहले कांंग्रेस और एआईएडीमके के सांसद सदन छोड़ बाहर निकल गए हैं.
तीन तलाक बिल पर हुई बहसबाजी के दौरान एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने तीन संशोधन प्रस्ताव पेश किए. लेकिन जरूरी संख्या बल नहीं होने के कारण असदुद्दीन ओवैसी के तीन संशोधन प्रस्ताव गिर गए. ओवैसी वर्तमान बिल में बदलाव चाह रहे थे. तीन तलाक के बहस के दौरान बीजेपी और अन्य विपक्षी पार्टियों के बीच तीखी बहस हुई. विपक्ष ने इस बिल को जॉइंट सिलेक्ट कमिटी को भेजे जाने की मांग की. वहीं कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने इसे महिलाओं को न्याय दिलाने वाला बिल बताया.
तीन तलाक पर जारी बहस में भाजपा सांसद मीनाक्षी लेखी ने सवाल उठाते तीन तलाक का विरोध करने वाले लोगों से पूछा था कि कुरान में तलाक-ए-बिद्दत के बारे में कहां लिखा है. तीन तलाक महिला और पुरुष का मामला नहीं है. बल्कि यह मानवाधिकार का मामला है. लेखी के अलावा अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी तीन तलाक का विरोध कर रहे लोगों पर हमलावर दिखे थे. नकवी ने साफ कहा कि शर्रियत यह नहीं कहता कि महिलाओं के अधिकार नहीं है.
आज हम आपको निरंजन अखाड़े के संत दिगंबर कृष्ण गिरी जी के बारे में बताएंगे।…
दिल्ली का हर चौथा मतदाता झुग्गी में रहता है। यहां लगभग 20 लाख से अधिक…
बीजेपी का 'दूल्हा कौन' वाले पोस्टर के बाद अब आम आदमी पार्टी ने एक नया…
उत्तर प्रदेश के बांदा जिले से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है,…
गुरुवार का दिन भगवान विष्णु और उनके अवतारों की पूजा के लिए विशेष माना जाता…
अगस्त 2021 में तालिबान के सत्ता में लौटने के बाद से यह भारत और अफ़ग़ानिस्तान…