नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के बीच प्रधानमंत्री मोदी ने समाचार एजेंसी ANI को इंटरव्यू दिया है। इस दौरान पीएम ने रूस और यूक्रेन को लेकर भी बातचीत की। इंटरव्यू में पीएम मोदी से रूस और यूक्रेन के बीच लड़ाई के दौरान भारतीय छात्रों की सकुशल वतन वापसी में प्रधानमंत्री द्वारा व्यक्तिगत हस्तक्षेप को लेकर सवाल […]
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के बीच प्रधानमंत्री मोदी ने समाचार एजेंसी ANI को इंटरव्यू दिया है। इस दौरान पीएम ने रूस और यूक्रेन को लेकर भी बातचीत की। इंटरव्यू में पीएम मोदी से रूस और यूक्रेन के बीच लड़ाई के दौरान भारतीय छात्रों की सकुशल वतन वापसी में प्रधानमंत्री द्वारा व्यक्तिगत हस्तक्षेप को लेकर सवाल किया गया। जिस पर उन्होंने कहा कि यूक्रेन की ज्यादा चर्चा हो गई है। मैं पहले भी ऐसा कर चुका हूं। पीएम ने कहा कि भारत के तिरंगे में इतनी ताकत थी कि विदेशी व्यक्ति भी हमारा तिरंगा थामे रखता था तो उन्हें जगह मिल जाती थी। इस तरह से मेरा तिरंगा ही मेरी गारंटी बन गया।
पीएम ने इंटरव्यू में ये भी कहा कि रूस और यूक्रेन दोनों देशों के राष्ट्रपतियों के साथ उनका दोस्ताना संबंध हैं। पीएम ने कहा कि मैं रूसी राष्ट्रपति पुतिन से सार्वजनिक तौर पर कह सकता हूं कि यह समय युद्ध का नहीं है। साथ ही यूक्रेन के राष्ट्रपति जेंलेस्की से भी कह सकता हूं कि बातचीत का रास्ता अपनाना चाहिए। पीएम मोदी ने कहा कि यूक्रेन की काफी चर्चा होती है लेकिन भारत पहले भी ऐसा कर चुका है।
पीएम मोदी ने पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के इंटरव्यू का जिक्र करते हुए कहा कि 2014 के बाद से ऐसी कई घटनाएं हुई हैं , जहां पर भारत ने अपने नागरिकों को कठिन परिस्थितियों में विदेशी धरती से बाहर निकाला है। हम यमन से अपने लोगों को सकुशल लेकर आए। इस मामले में हमने सऊदी किंग से बात की। उनसे कहा कि लगातार चल रही बमबारी की वजह से अपने लोगों को नहीं निकाल पा रहे हैं तो उन्होंने कुछ समय की मांग की। बाद में थोड़ी देर के लिए बमबारी रुक जाती थी तो हम अपने लोगों को निकाल लेते थे।