वायनाड: केरल के वायनाड में बारिश के बाद हुए लैंडस्लाइड में अब तक 143 लोगों की जान चली गई है। इस हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है। अभी भी सैंकड़ों लोग लापता है। बड़ी संख्या में आर्मी, एयरफोर्स, SDRF और NDRF की टीम रेस्क्यू करने में जुटी हुई है। भारतीय सेना […]
वायनाड: केरल के वायनाड में बारिश के बाद हुए लैंडस्लाइड में अब तक 143 लोगों की जान चली गई है। इस हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है। अभी भी सैंकड़ों लोग लापता है। बड़ी संख्या में आर्मी, एयरफोर्स, SDRF और NDRF की टीम रेस्क्यू करने में जुटी हुई है। भारतीय सेना ने देर रात तक 1 हजार लोगों को बाहर निकाला। सुबह में फिर से रेस्क्यू शुरू कर दिया गया है।
वायनाड में मौसम अभी भी बेहद खराब है। मौसम विभाग ने भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी कर रखा है। लगातार हो रही बारिश से रेस्क्यू टीम को भी काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। ड्रोन और डॉग स्क्वॉड की मदद से लोगों की तलाश की जा रही है। एयरफोर्स के 2 हेलिकॉप्टर को भी रेस्क्यू के लिए भेजा गया था लेकिन बारिश के कारण उन्हें कोझिकोड लौटना पड़ा।
इधर लगातार हो रही बारिश के कारण कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी का वायनाड दौरा रद्द हो गया है। दोनों भाई बहन पीड़ितों से मिलने यहां आने वाले थे। मौसम विभाग ने राज्य के 8 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया है, वहां के सभी स्कूल बंद कर दिए गए हैं। सीएम ने हादसे को लेकर राज्य में दो दिनों का राजकीय शोक घोषित किया है।
मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन के मुताबिक जिस जगह यानी मुंडक्कई में यह लैंडस्लाइड हुआ, यह उच्च जोखिम वाले आपदा क्षेत्र में आता है। यहां पर लोग नहीं रहते हैं। भूस्खलन के बाद वहां से मिट्टी, पत्थर और चट्टानें लुढ़क कर चूरलमाला आ गईं। यह भूस्खलन की शुरुआत वाले जगह से लगभग 6 किलोमीटर दूरी पर है। यह संवेदनशील क्षेत्र नहीं है। यहां पर लोग सालों से रह रहे हैं। यही कारण है कि यहां पर इतनी बड़ी जनहानि हुई।।