नई दिल्ली: हिमाचल प्रदेश के पर्यटन विभाग द्वारा जारी नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, चालू वर्ष के पहले 6 महीनों में राज्य में रिकॉर्ड 1.87 करोड़ पर्यटकों ने भ्रमण किया है। यह आंकड़ा पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में लगभग 20% अधिक है, जो राज्य के पर्यटन क्षेत्र में तेज़ी से हो रही वृद्धि […]
नई दिल्ली: हिमाचल प्रदेश के पर्यटन विभाग द्वारा जारी नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, चालू वर्ष के पहले 6 महीनों में राज्य में रिकॉर्ड 1.87 करोड़ पर्यटकों ने भ्रमण किया है। यह आंकड़ा पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में लगभग 20% अधिक है, जो राज्य के पर्यटन क्षेत्र में तेज़ी से हो रही वृद्धि को दर्शाता है। पर्यटन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया “इस वर्ष हमने पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई नई पहल की हैं। इसमें इको-टूरिज्म, एडवेंचर स्पोर्ट्स और स्थानीय त्योहारों का प्रचार शामिल है। प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में डलहौजी, किन्नौर, शिमला, मनाली, धर्मशाला और लाहौल-स्पीति पर्यटकों से गुलजार हैं।
शिमला और कुल्लू जिले इस अवधि में सबसे अधिक लोकप्रिय गंतव्य रहे। शिमला में लगभग 40 लाख पर्यटकों ने भ्रमण किया, जबकि कुल्लू में यह संख्या 35 लाख के करीब रही। इन दो जिलों के बाद मनाली, धर्मशाला और डलहौजी में भी पर्यटकों की भारी संख्या देखी गई। राज्य के अर्थशास्त्रियों का अनुमान है कि इस वृद्धि से राज्य की अर्थव्यवस्था को लगभग कई करोड़ रुपये का लाभ हुआ है। होटल व्यवसाय, परिवहन सेवाओं और स्थानीय व्यापारियों को इससे सीधा फायदा हुआ है। इस वर्ष देशी पर्यटकों के साथ-साथ विदेशी पर्यटकों की संख्या में भी वृद्धि देखी गई है। हालांकि इस बढ़ती संख्या के साथ कुछ चुनौतियां भी सामने आई हैं। पर्यावरण विशेषज्ञों ने पर्यटन के कारण बढ़ते प्रदूषण और कचरे की समस्या पर चिंता व्यक्त की है।
इस मामले में मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू का कहना है कि पर्यटकों के लिए ज्यादातर मार्ग खुले हुए हैं। कुछ सड़कें प्रदेश में खराब मौसम की वजह से प्रभावित हुईं थीं, परंतु अब अधिकतर सड़कें पर्यटकों और आमजन के लिए खोली जा चुकी हैं। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि हिमाचल की सैर करने के लिए जुलाई के महीने में हजारों की संख्या में पर्यटक आए थे। पर्यटकों की संख्या इस साल काफी बढ़ गई है। इस साल दो करोड़ से अधिक पर्यटकों आना- जाना यहां हुआ है। मुख्यमंत्री ने बताया कि पर्यटकों की सुगम एवं सुरक्षित यात्रा के लिए प्रदेश की सरकार बेहतर सुविधाएं प्रदान करने को प्राथमिकता प्रदान कर रही है। लोक निर्माण विभाग बाधित सड़कों को बहाल करने के लिए कार्य जारी है। उन्होंने कहा कि पर्यटकों के लिए पालमपुर और चंबा में हेलीपोर्ट बनाने कार्य किया जा रहा है। यह काम शिमला के हेलीपोर्ट को डीजीसीए की अनुमति के बाद शुरू कर दिया जाएगा। सभी पर्यटक 40 से 45 देशों के पैराग्लाइडिंग स्पर्धा में भी बड़े चाव से भाग ले रहे हैं। हम आने वाले समय में यानी 2027 में हिमाचल प्रदेश को आत्मनिर्भर करेंगे। सड़कों की स्थिति संबंधी जानकारी पुलिस द्वारा पर्यटकों को उपलब्ध करवाई जा रही है, ताकि उनको कोई भी असुविधा का सामना न करना पड़े।
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