नई दिल्ली। संयुक्त राष्ट्र के नए आंकड़ों के मुताबिक मंगलवार यानी आज दुनिया की आबादी 8 अरब हो जाएगी, जो मानव सभ्यता के लिए मील का पत्थर साबित हो सकती है। इसी के साथ साल 2030 में वैश्विक जनसंख्या 8.5 बिलियन, 2050 में 9.7 बिलियन और 2100 में 10.4 बिलियन तक मानव आबादी होने के […]
नई दिल्ली। संयुक्त राष्ट्र के नए आंकड़ों के मुताबिक मंगलवार यानी आज दुनिया की आबादी 8 अरब हो जाएगी, जो मानव सभ्यता के लिए मील का पत्थर साबित हो सकती है। इसी के साथ साल 2030 में वैश्विक जनसंख्या 8.5 बिलियन, 2050 में 9.7 बिलियन और 2100 में 10.4 बिलियन तक मानव आबादी होने के आसार हैं।
बता दें कि सोमवार को जारी किए गए वार्षिक विश्व जनसंख्या संभावना रिपोर्ट में कहा गया है कि, वैश्विक जनसंख्या 1950 के बाद सबसे धीमी दर से बढ़ रही है और 2020 में एक प्रतिशत से भी कम हो गई है। मानव आबादी को 7 बिलियन से 8 बिलियन तक पहुंचने में कुल 12 साल लगे हैं। वहीं 9 बिलियन तक पहुंचने में लगभग 15 साल लगेंगे इसका मतलब ये है कि साल 2037 तक वैश्विक जनसंख्या में विकास दर धीमी होती रहेगी।
विशेषज्ञों का मानना है कि आगे चलकर क्षेत्रीय जनसांख्यिकीय अंतर के कारण आगे भूराजनीति महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं। अगर हमारे पड़ोसी देश चीन की बात करें तो इसकी आबादी इस समय 1.4 बिलियन है जो आगे चल कर धीरे-धीरे कम होने का अनुमान है। साल 2050 तक चीन की आबादी 1.3 बिलियन तक पहुंच जाएगी।
अगर भारत के आबादी की बात करें तो साल 2023 तक हमारा देश आबादी के मामले में चीन को पछाड़ सकता है। साल 2050 तक भारत की आबादी 1.7 बिलियन के पार चली जाएगी और अमेरिका साल 2050 तक तीसरा सबसे अधिक आबादी वाला देश बन जाएगा।