नई दिल्ली। किसान आंदोलन का आज 5वां दिन है। संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) पहले ही साफ कर चुका है कि वे आगामी दिनों में आंदोलन तेज करेंगे। किसानों ने बताया कि उनकी पंजाब इकाई 18 फरवरी को जालंधर में एक बैठक करेगी और फिर समीक्षा तथा भविष्य की रणनीति के लिए सुझाव देने के खातिर […]
नई दिल्ली। किसान आंदोलन का आज 5वां दिन है। संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) पहले ही साफ कर चुका है कि वे आगामी दिनों में आंदोलन तेज करेंगे। किसानों ने बताया कि उनकी पंजाब इकाई 18 फरवरी को जालंधर में एक बैठक करेगी और फिर समीक्षा तथा भविष्य की रणनीति के लिए सुझाव देने के खातिर नई दिल्ली में एनसीसी और आम सभा की मीटिंग होंगी। बता दें कि किसान फिलहाल पंजाब-हरियाणा के बॉर्डर पर मौजूद हैं।
पंजाब किसान मजदूर संघर्ष समिति के महासचिव सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि सरकार अध्यादेश के माध्यम से एमएसपी पर कानून ला सकती है। उन्होंने कहा कि एक बार सरकार कानून लाने का फैसला कर ले तो फिर समस्या का समाधान हो जाएगा।
उद्योग मंडल पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ने शुक्रवार को बताया कि किसान आंदोलन के लंबा चलने से उत्तरी राज्यों में व्यापार तथा उद्योग को ‘गंभीर नुकसान’ पहुंच सकता है। उद्योग मंडल का दावा है कि किसान आंदोलन से रोजगार को भारी नुकसान होने की संभावना है और इससे प्रतिदिन 500 करोड़ रुपये से अधिक का आर्थिक नुकसान हो सकता है।