नई दिल्लीः तृणमूल कांग्रेस ने आज यानी 1 जनवरी को 27वां स्थापना दिवस मनाया। पार्टी प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी, जिन्हें तृणमूल कांग्रेस दूसरे नंबर पर माना जाता है। सोमवार को स्थापना के जश्न के बीच टीएमसी के कथित आंतरिक कलह भी सामने आ गए। पार्टी के वरिष्ठ […]
नई दिल्लीः तृणमूल कांग्रेस ने आज यानी 1 जनवरी को 27वां स्थापना दिवस मनाया। पार्टी प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी, जिन्हें तृणमूल कांग्रेस दूसरे नंबर पर माना जाता है। सोमवार को स्थापना के जश्न के बीच टीएमसी के कथित आंतरिक कलह भी सामने आ गए। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने तृणमूल कांग्रेस में नंबर दो माने जाने वाले राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी को निशाने पर लिया। इसके बाद अभिषेक ममता बनर्जी से मिलने पहुंचे।
दरअसल, विवाद तब सामने आया जब पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को उचित सम्मान देने की सलाह दी। उन्होंने इस दावे को खारिज किया कि पुराने नेताओं को सक्रिय राजनीति से संन्यास ले लेना चाहिए। रिपोर्ट्स के अनुसार ममता के भतीजे अभिषेक बनर्जी ने कार्य कुशलता और उपयोगिता में गिरावट का जिक्र कर, राजनीति में संन्यास का जिक्र किया। टीएमसी के आंतरिक कलह के बीच मुलाकात को बेहद अहम माना जा रहा है। अभिषेक सोमवार शाम करीब 6 बजे सीएम ममता के कालीघाट आवास पर पहुंचे। एक समाचार एजेंसी के मुताबिक अभिषेक के करीबी नेता ने भी दोनों की मुलाकात की पुष्टि की।
जानकारी दे दें कि तृणमूल के कथित सत्ता संघर्ष की अफवाहों के बीच जनवरी 2022 में ममता बनर्जी ने अभिषेक बनर्जी का राष्ट्रीय महासचिव पद भंग कर दिया था। नई समिति का गठन होने के बाद से अभिषेक बनर्जी को प्रमुखता दिया जा रहा है। इतना ही नहीं, तृणमूल कांग्रेस के साथ-साथ पश्चिम बंगाल सरकार में भी उनका दबदबा माना जाता है।