तृणमूल कांग्रेस पार्टी के 8 लोगों का प्रतिनिधिमंडल सम में एनआरसी ड्राफ्ट जारी होने के बाद एक नागरिक सम्मेलन का हिस्सा बनने सिलचर पहुंचा था. लेकिन पुलिस और प्रशासन की टीम ने उन्हें एयरपोर्ट पर ही रोक लिया. इतनी ही नहीं पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ मारपीट भी की गई. पार्टी के एक सांसद ने इसे सुपर इमरजेंसी बताई है.
सिलचर. असम में एनआरसी ड्राफ्ट जारी होने के बाद तृणमूल कांग्रेस पार्टी के 8 नेताओं का प्रतिनिधिमंडल 2 दिनों के असम के दौरे पर पहुंचा था. लेकिन उन्हें सिलचल एयरपोर्ट पर ही रोक लिया गया. इसके साथ ही पुलिस ने उनके साथ मारपीट भी की. गुरुवार दोपहर करीब 2 बजे पार्टी के 8 सदस्य सिलचर एयरपोर्ट पहुंचे थे. जहां से उन्हें एक नागरिक सम्मेलन में शिरकत करनी थी. इसके साथ उन्हें नागांव और गुवाहाटी भी पहुंचना था. हालांकि पुलिस ने सभी लोगों को एयरपोर्ट पर रोक दिया. विरोध करने पर उनके साथ मारपीट भी की गई.
तृणमूल कांग्रेस के सांसद डेरेक ओ ब्राइन ने बताया कि सिलचर हवाई अड्डे पर हमारे प्रतिनिधिमंडल को हिरासत में लिया गया था. लेकिन यह हमारा लोकतांत्रिक हक है कि हम किसी भी व्यक्ति से मिल सकते हैं. उन्होंने आगे कहा कि यह सुपर इमरजेंसी जैसा है. वहीं पार्टी के सांसद सुखेंदु शेखु ने बताया है कि जैसे ही हम सिलचर एयरपोर्ट के लाउंज में पहुंचे वहां जिला अधिकारी और पुलिस अधिकारियों की एक टीम तो हमे पहले से मौजूद थी. उन्होंने बताया कि एक पुलिसकर्मी ने उनकी छाती पर मारा. वहीं दूसरे सांसदों के साथ भी इस तरह मारपीट की गई.
वहीं पार्टी सांसद घोष दस्तीदार ने बताया कि एयरपोर्ट पर पुलिसकर्मियों ने हमारे मोबाइल फोन छीन लिए. उन्होंने हमारे साथ मारपीट की है. दूसरी ओर डीजीपी असम ने इस मामले में कहा है कि असम एयरपोर्ट पर किसी भी पार्टी के सांसद के साथ गलत बर्ताव नहीं किया गया था. बता दें कि प्रतिनिधिमंडल में पार्टी के 6 सांसद और 1 विधायक और वेस्ट बंगाल के शहरी विकास मंत्री फिरहाद हकीम शामिल थे.
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वीडियो साभार- नोर्थ ईस्ट नाऊ