लोकसभा चुनाव 2019 की रणनीति के सिलसिले में तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने यूपीए की चेयरपर्सन सोनिया गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की. इस बीच टीएमसी की ममता बनर्जी ने कहा कि उन्हें पीएम नहीं चाहिए उन्हें तो बीजेपी को हराना है.
नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2018 को लेकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के विरुद्ध सभी विपक्षी दलों की एकजुटता के सिलसिले में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ मुलाकात की. आम चुनाव 2019 में विपक्षी दलों की एकजुटता में सबसे बड़ा सवाल है पीएम पद की दावेदारी, जिसे लेकर ममता बनर्जी ने साफ किया कि उन्हें इस पद का कोई लालच नहीं है.
बुधवार को तृणमूल कांग्रेस की ममता बनर्जी ने कहा कि उनकी प्राथमिकता केंद्र से बीजेपी को हटाना है, जिस मकसद के लिए विपक्षी ताकत को एकजुट होना पड़ेगा. मुझे कोई नहीं हूं, मैं बेहद सामान्य सी कार्यकर्ता हूं जो आम लोगों के लिए काम करना चाहती है. इसीलिए मुझे आम आदमी के साथ ही रहने दीजिए. बता दें इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने 100 महिला पत्रकारों से हुई बातचीत में कहा था कि वह 2019 लोकसभा चुनाव में पीएम पद के लिए ऐसे प्रत्याक्षी का समर्थन करेंगे जो बीजेपी और आरएसएस को हराने में सक्षम हो.
ममता बनर्जी ने मीडिया के जरिए मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला. सीएम ने कहा कि मोदी सरकार गरीबों और महिलाओं पर अत्याचार कर रही है जिसके लिए उन्हें हटाना जरूरी है. साथ ही उन्होंने एक बार फिर असम के राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) को लेकर भी बीजेपी सरकार को घेरा. इससे पहले भी ममता बनर्जी कई बार 40 लाख लोगों के लिए, जिनके नाम सूची में नहीं हैं उनके लिए कहा कि वह हमारे देश के ही सदस्य हैं.
UPA Chairperson Smt. Sonia Gandhi and Congress President @RahulGandhi met CM of West Bengal, @MamataOfficial. pic.twitter.com/wShHXX4rvQ
— Congress (@INCIndia) August 1, 2018