नई दिल्ली। भारत की आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर केंद्र सरकार ‘हर घर तिरंगा’ अभियान की जोर-शोर से तैयारी कर रही है। सभी राज्यों में 13 अगस्त से 15 अगस्त के बीच ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के अंतर्गत हर घर पर ‘तिरंगा’ फहराया जाएगा। लेकिन इससे पहले आज यानी बुधवार को सभी सांसदों ने तिरंगा […]
नई दिल्ली। भारत की आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर केंद्र सरकार ‘हर घर तिरंगा’ अभियान की जोर-शोर से तैयारी कर रही है। सभी राज्यों में 13 अगस्त से 15 अगस्त के बीच ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के अंतर्गत हर घर पर ‘तिरंगा’ फहराया जाएगा। लेकिन इससे पहले आज यानी बुधवार को सभी सांसदों ने तिरंगा बाइक रैली निकाली। इस रैली में सरकार के कई बड़े मंत्रियों ने भी हिस्सा लिया। लेकिन इस रैली में विपक्ष का कोई नेता शामिल नहीं हुआ। इसी बीच सियासत गरमा गई है। सरकार ने विपक्ष पर आरोप लगाया है कि हमने आह्वान किया था कि इस रैली में सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों के सांसद शामिल हों लेकिन विपक्ष का एक भी नेता शामिल नहीं हुआ। सरकार ने कहा कि तिरंगा पूरे देश का है इसलिए इसमें राजनीति करना कहां तक सही है। वहीं अब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पलटवार किया है।
बता दें कि सरकार के आरोपों पर राहुल गांधी ने पलटवार किया है। राहुल ने तिरंगा के साथ पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की तस्वीर को ट्वीट करते हुए लिखा कि देश की शान है, हमारा तिरंगा हर हिंदुस्तानी के दिल में है, हमारा तिरंगा।
दरअसल, पीएम मोदी के द्वारा लोगों से अपने सोशल मीडिया अकाउंट की प्रोफाइल तस्वीर के रूप में ‘तिरंगा’ लगाने का अनुरोध किया था। जिसके बाद अब कांग्रेस ने बुधवार को कहा कि उसके नेता देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की हाथ में तिरंगा वाली तस्वीर की डीपी लगाएंगे.
वहीं, कांग्रेस के मीडिया एवं प्रचार प्रमुख पवन खेड़ा ने आरएसएस और इसके प्रमुख मोहन भागवत के ट्विटर प्रोफाइल के स्क्रीन शॉट साझा करते हुए कहा कि संघ वालों, अब तो तिरंगे को अपना लो।
गौरतलब है कि पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जे पी नड्डा सहित केंद्र की सत्ताधारी पार्टी के अन्य नेताओं ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट की ‘डिस्प्ले’ तस्वीर पर मंगलवार को ‘तिरंगा’ लगाया और लोगों से भी ऐसा करने की अपील की।