नई दिल्ली: इस साल पूरा देश 75वां गणतंत्र दिवस मना रहा है. इस वर्ष के कार्यक्रम के सम्मानित अतिथि फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों हैं. बता दें कि 2024 के लिए पद्म पुरस्कारों का ऐलान कर दिया गया है. इस साल का गणतंत्र दिवस हमारे लिए कई मायनों में खास होगा. बता दें कि पेंटिंग […]
नई दिल्ली: इस साल पूरा देश 75वां गणतंत्र दिवस मना रहा है. इस वर्ष के कार्यक्रम के सम्मानित अतिथि फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों हैं. बता दें कि 2024 के लिए पद्म पुरस्कारों का ऐलान कर दिया गया है. इस साल का गणतंत्र दिवस हमारे लिए कई मायनों में खास होगा. बता दें कि पेंटिंग से लेकर परेड और थीम तक, महिलाएं केंद्र में हैं.
बता दें कि परेड में 16 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की झांकियां दिखाई जाने वाली है. ये राज्य उत्तर प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, हरियाणा, मणिपुर, मध्य प्रदेश, ओडिशा, छत्तीसगढ़, राजस्थान, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, लद्दाख, तमिलनाडु, गुजरात, मेघालय, झारखंड और तेलंगाना शामिल हैं. साथ ही नौ केंद्र सरकार के नौ मंत्रालयों की झांकिया भी कर्तव्य पथ पर चलने वाली है, और दक्षिण-पश्चिम दिल्ली के रंगशाला में इन्हें अंतिम रूप दिया गया है.
1. इस गणतंत्र दिवस के अवसर पर कर्तव्य पथ पर निकलने वाली परेड काफी हद तक महिला केंद्रित होगी, और इसी को ध्यान में रखते हुए सारे राज्यों ने अपनी झाकियों को महिला बेस्ड थीम पर तैयार किया है. साथ ही लद्दाख की झांकी में आइस हॉकी खिलाड़ियों को खास जगह दी गई है. दरअसल वो महिला कलाकार यहां के पारंपरिक नृत्य की प्रस्तुति देते हुए दिखाई गई हैं, जिसमें कई महिलाएं पेराक पहने दिखाई दे रही हैं, जो लद्दाख में परंपरागत रूप से महिलाओं के लिए एक शाही टोपी मानी जाती है.
2. हरियाणा की झांकी में राज्य सरकार की ‘मेरा परिवार मेरी पहचान’ योजना को खास जगह मिला है. दरअसल झांकी में हरियाणवी महिलाओं को डिजिटल उपकरण के साथ दिखाया गया है. इससे ये बताने की कोशिश की गई है कि कैसे डिजिटल इंडिया पहल ने महिलाओं को सिर्फ एक क्लिक के द्वारा सरकार की योजनाओं तक पहुंच बनाई है.
3. राजस्थान की झांकी में यहां की संस्कृति के साथ-साथ महिला हस्तशिल्प उद्योगों के विकास का शानदार प्रदर्शन करने वाली है, और झांकी में राजस्थान के प्रसिद्ध घूमर नृत्य की भी झलकी दिखेगी.
4. मध्य प्रदेश की झांकी में महिलाओं की आधुनिकरण सेवा क्षेत्र से लेकर लघु उद्योग और पारंपरिक होंगी.
5. मणिपुर की झांकी में महिलाओं को कमल के नाजुक रेशों से काम करते और पारंपरिक चरखे का इस्तेमाल करके धागा बनाते हुए दिखाया जाने वाला है. साथ ही झांकी में एक महिला को यहां की प्रसिद्ध लोकटक झील से कमल की डंठले इकट्ठा करते हुए देखा जाएगा, और झांकी में राज्य के पारम्परिक इमा बाजार को जगह मिली है. ये बाजार सदियों पुराना है और इसे पूरी तरह से महिलाएं ही चलाती हैं.
6. ओडिशा की झांकी में हस्तशिल्प और हथकरघा क्षेत्रों में महिलाओं की भागीदारी भी दिखाई गई है.
7. छत्तीसगढ़ की झांकी बस्तर से आने वाले आदिवासी समुदायों में महिला प्रधानता को दमदार तरीके से प्रदर्शित करेगी.