मुम्बई: महाराष्ट्र के एक स्कूल का अजीबोगरीब मामला सामने आया है, इस स्कूल में एक ही विद्यार्थी है और उस विद्यार्थी को पढ़ाने के लिए कोवल एक ही शिक्षक है. पहले दोनों मिलकर राष्ट्रगान गाते है फिर कार्तिक को उसके शिक्षक पढ़ाते हैं। क्या है पूरा मामला? आप एक स्कूल में कई छात्र एवं शिक्षक […]
मुम्बई: महाराष्ट्र के एक स्कूल का अजीबोगरीब मामला सामने आया है, इस स्कूल में एक ही विद्यार्थी है और उस विद्यार्थी को पढ़ाने के लिए कोवल एक ही शिक्षक है. पहले दोनों मिलकर राष्ट्रगान गाते है फिर कार्तिक को उसके शिक्षक पढ़ाते हैं।
आप एक स्कूल में कई छात्र एवं शिक्षक देखे होंगे, लेकिन महाराष्ट्र के वाशिम जिले के गणेशपुर में एक ऐसा स्कूल है जहां एक छात्र और केवल एक शिक्षक है. यहां लगातार स्कूल चल रहा है. कार्तिक समय के अनुसार पढ़ाई करने के लिए प्रतिदिन स्कूल पहुंचता है. इस स्कूल में केवल एक विद्यार्थी रहने पर भी शिक्षक प्रतिदिन पढ़ाते है. ये दोनों लोग पहले राष्ट्रगान गाते हैं और उसके बाद कार्तिक को शिक्षक पढ़ाते हैं।
गणेशपुर गांव की जिला परिषद प्राथमिक स्कूल की चर्चा फिलहाल पूरे जिले में हो रही है. इस गांव की आबादी 150 से 200 होगी. शिक्षक किशोर मानकर का कहना कि कार्तिक अकेला रहने के बावजूद भी उन्हें बोरियत महसूस नहीं होती है. सबसे खास बात यह है कि ये स्कूल पूरे गांव का एकलौता स्कूल है और यहां एक विद्यार्थी के लिए प्रतिदिन शिक्षक पढ़ाते है. इस स्कूल में विद्यार्थियों की संख्या नहीं होने के चलते एक विद्यार्थी को शिक्षा दी जाती है. इस स्कूल में दो साल से एक ही विद्यार्थी का एडमिशन हुआ हैं.
आपको बता दें कि इस स्कूल में कार्तिक शेगोकार रोज़ समय से स्कूल आता है और वह तीसरी कक्षा में पढ़ता है. इस स्कूल में कक्षा एक से चार की क्लासेज़ हैं. शिक्षक उसे पढ़ाने के लिए प्रतिदिन 12 किमी की दूर से आते हैं. लोग इस मामले को सुनकर खूब तारीफ कर रहे है।
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