बंगाल का यह ताकतवर राजा खतना कराकर बन गया था मुसलमान, वजह हैरान कर देगी!

1660 में मुर्शिद कुली खान का जन्म एक हिंदू ब्राह्मण परिवार में हुआ था। इनके बचपन का नाम सूर्य नारायण मिश्रा था।मुर्शिद 10 सालों तक हिन्दू रीति रिवाजों में ही बड़े हुए। बाद में इनके घर की स्थिति ऐसी हो गई कि इनके माता-पिता ने इन्हें एक मुग़ल सरकार हाजी शफी के हाथों बेच दिया। हाजी शफी की कोई औलाद नहीं थी।

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बंगाल का यह ताकतवर राजा खतना कराकर बन गया था मुसलमान, वजह हैरान कर देगी!

Pooja Thakur

  • November 21, 2024 2:54 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 weeks ago

नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में मुर्शिद कुली खान को सबसे ताकतवर शासक माना गया है। मुर्शिद के नाम पर ही बंगाल के एक शहर का नाम मुर्शिदाबाद पड़ा था, जो अब बांग्लादेश में है। मुर्शिद कुली खान बंगाल का पहले नवाब था जिसका रुतबा था। क्या आपको मालूम है कि मुर्शिद कुली खान का जन्म एक हिन्दू ब्राह्मण परिवार में हुआ था। आइये जानते हैं कि हिन्दू परिवार में जन्में मुर्शिद कैसे मुस्लिम बने और बंगाल की गद्दी संभाली।

कराया खतना

1660 में मुर्शिद कुली खान का जन्म एक हिंदू ब्राह्मण परिवार में हुआ था। इनके बचपन का नाम सूर्य नारायण मिश्रा था। इतिहासकार सर जदुनाथ सरकार के मुताबिक मूल रूप से हिन्दू मुर्शिद कुली खान का जन्म डेक्कन में हुआ था। मुर्शिद 10 सालों तक हिन्दू रीति रिवाजों में ही बड़े हुए। बाद में इनके घर की स्थिति ऐसी हो गई कि इनके माता-पिता ने इन्हें एक मुग़ल सरकार हाजी शफी के हाथों बेच दिया। हाजी शफी की कोई औलाद नहीं थी।

औरंगजेब के थे चहेते

मासीर अल-उमारा पुस्तक के मुताबिक 10 साल की उम्र में मुर्शिद का खतना कराया गया, जिसके बाद उनका नाम मोहम्मद हादी हो गया। मुर्शिद बचपन से बुद्धि के तेज थे। उन्होंने विदर्भ के दीवान के अधीन काम किया, तभी तत्कालीन सम्राट औरंगजेब उनसे बेहद प्रभावित हुए। उन्होंने मुर्शिद को दीवान बनाकर बंगाल भेजा। बंगाल के आर्थिक मामलों पर भी मुर्शिद ने अपनी पकड़ बना ली। औरंगजेब उन्हें बेहद पसंद करते थे तो उन्हें आर्थिक मामलों में पूरी आजादी मिली।

हिन्दुओं को बनाया मुसलमान

वो बंगाल से रिकॉर्ड राजस्व औरंगजेब को भेजने लगे। औरंगजेब इतना खुश हुआ कि मुर्शिद को कुली की उपाधि दी। मुक्शुदाबा शहर का नाम बदलकर मुर्शिदाबाद कर दिया। 1707 में औरंगजेब की मृत्यु के बाद इनकी ताकत घटी लेकिन बाद में फिर से बढ़ गई। मुगल शासक फरुख्शियर ने 1717 में मुर्शिद को बंगाल का सूबेदार बना दिया। बाद में ईस्ट इंडिया कंपनी के साथ समझौता करके मुर्शिद बंगाल के नवाब बन गए। कहा जाता है कि मुस्लिम बनने के बाद उन्होंने कठोरता से इस्लाम का प्रचार किया। जो भी लगान नहीं देता था उसको पूरे परिवार के साथ मुस्लिम बनना पड़ता था।

 

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