श्रीनगर/नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर में 10 साल बाद विधानसभा के चुनाव हो रहे हैं. हमेशा पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद की चपेट में रहने वाले कश्मीर में चुनाव को लेकर पूरे देश की नजर यहां पर है. इस बीच हम आपके लिए कश्मीर की एक लड़की की साहसिक कहानी लेकर आए हैं. इस कहानी को पढ़कर आपके होश […]
श्रीनगर/नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर में 10 साल बाद विधानसभा के चुनाव हो रहे हैं. हमेशा पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद की चपेट में रहने वाले कश्मीर में चुनाव को लेकर पूरे देश की नजर यहां पर है. इस बीच हम आपके लिए कश्मीर की एक लड़की की साहसिक कहानी लेकर आए हैं. इस कहानी को पढ़कर आपके होश उड़ जाएंगे.
यह कहानी आज से 15 साल पहले यानी साल 2009 की है. जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के शाहदरा गांव में रात के करीब 8 बजे होंगे. इस बीच गांव में रहने वाले नूर हुसैन के घर पर 3-4 आतंकी दस्तक देते हैं.
आतंकियों ने दरवाजा खोलने के लिए आवाज दी. घर में नूर हुसैन, उनकी बेगम रशीदा, बेटे ऐजाज अहमद और बेटी रुखसाना मौजूद दीं. इतनी रात में दरवाजे पर खटखट होने से नूर हुसैन समझ गए कि ये सभी आतंकी हैं. उन्होंने दरवाजा नहीं खोला.
इसके बाद आतंकी पास वाले घर से नूर हुसैन के छोटे भाई को पकड़ लाए और धमकाते हुए कहा कि अगर गेट नहीं खुला तो वे उसे मार देंगे. इसके भाई की जान बचाने के लिए नूर हुसैन ने दरवाजा खोला.
फिर सभी आतंकी अंदर घुसे और उसकी बेटी रुखसाना के बारे में पूछने लगे. इस नूर और रशीदा आतंकियों के सामने गिड़गिड़ाने लगे कि उसे छोड़ दें. लेकिन आतंकियों ने उन्हें पीटना शुरू कर दिया. इस बीच दूसरे कमरे में छिपी रुखसाना अब्बू-अम्मी की जान बचाने के लिए बाहर आती है.
रुखसाना के बाहर आते ही आतंकी अबू ओसामा ने उसे जोरदार तमाचा मारा. फिर जैसे ही उसने रुखसाना की ओर पीठ की, रुखसाना ने पास में रखी हुई कुल्हाड़ी उठाकर अबू की गर्दन काट दी. इसके बाद रुखसाना ने ओसामा की एके-47 बंदूक उठाकर उसपर गोलियां बरसानी शुरू कर दी.
बता दें कि लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर अबू ओसामा भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस के लिए मोस्ट वांटेड आतंकी थी. उसने सेना और पुलिस के कई जवानों का अपहरण कर उन्हें मौत के घाट उतारा था.
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