उद्धव ठाकरे का साथ छोड़ शिंदे गुट में शामिल हुआ ये नेता, धुल गए सारे दाग!

मुंबई: शिवसेना-शिंदे गुट के नेता और लोकसभा सांसद रविंद्र वायकर को बड़ी राहत मिली है. मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने जोगेश्वरी जमीन मामले में रविंद्र वायकर, उनकी पत्नी और चार सहयोगियों के खिलाफ दर्ज मामले में क्लोजर रिपोर्ट दायर की है. इस रिपोर्ट में ईओडब्ल्यू ने मामले को बंद करने का कारण […]

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उद्धव ठाकरे का साथ छोड़ शिंदे गुट में शामिल हुआ ये नेता, धुल गए सारे दाग!

Vaibhav Mishra

  • July 6, 2024 12:20 pm Asia/KolkataIST, Updated 4 months ago

मुंबई: शिवसेना-शिंदे गुट के नेता और लोकसभा सांसद रविंद्र वायकर को बड़ी राहत मिली है. मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने जोगेश्वरी जमीन मामले में रविंद्र वायकर, उनकी पत्नी और चार सहयोगियों के खिलाफ दर्ज मामले में क्लोजर रिपोर्ट दायर की है. इस रिपोर्ट में ईओडब्ल्यू ने मामले को बंद करने का कारण बताया है. आर्थिक अपराध शाखा ने कहा है कि BMC की ओर से दायर की गई शिकायत अधूरी जानकारी और गलतफहमी पर आधारित थी.

कभी उद्धव के करीबी थे वायकर

बता दें कि रविंद्र वायकर कभी उद्धव ठाकरे के बेहद करीबी सहयोगी रहे हैं. लेकिन लोकसभा चुनाव 2024 से ठीक पहले 10 मार्च को उन्होंने एकनाथ शिंदे गुट का दामन थाम लिया था. इसके बाद शिवसेना शिंदे गुट ने लोकसभा चुनावों में उन्हें मुंबई उत्तर पश्चिम लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया था. इस सीट से रविंद्र वायकर ने जीत तो दर्ज कर की लेकिन वो जीत काफी विवादों में रही. 48 वोटों से वायकर को मिली जीत पर उद्धव गुट ने सवाल खड़े किए थे. शिवसेना यूबीटी ने इसे धांधली से मिली जीत बताया था.

उद्धव गुट ने नहीं स्वीकार की जीत

शिवसेना (यूबीटी) ने मुंबई उत्तर पश्चिम लोकसभा सीट पर रविंद्र वायकर को मिली जीत कभी स्वीकार नहीं की. चुनाव परिणाम के वक्त उद्धव की पार्टी ने गोरेगांव के मतगणना केंद्र पर गड़बड़ी होने का आरोप लगाया था. इसके साथ ही रविंद्र वायकर के एक रिश्तेदार के द्वारा मतगणना केंद्र के अंदर मोबाइल फोन के इस्तेमाल को लेकर भी केस दर्ज किया गया था. शिवसेना (यूबीटी) ने आखिरी वक्क तक रविंद्र वायकर की जीत को स्वीकार नहीं किया.

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