ये है दुनिया की आखिरी सड़क, जानें यहां अकेले जाने पर क्यों है पाबंदी?

नई दिल्ली: कई बार मन में ऐसे सवाल आते हैं कि सड़क का अंत कहां है और सड़क या रास्ते का अंतिम बिंदु कहां होगा. अगर आप ऐसे सवालों के बारे में सोचते हैं तो यह लेख आपके लिए है। आज हम आपको बताएंगे कि दुनिया में आखिरी सड़क कहां है. दुनिया का अंतिम छोर […]

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ये है दुनिया की आखिरी सड़क, जानें यहां अकेले जाने पर क्यों है पाबंदी?

Aprajita Anand

  • September 21, 2024 8:58 am Asia/KolkataIST, Updated 2 months ago

नई दिल्ली: कई बार मन में ऐसे सवाल आते हैं कि सड़क का अंत कहां है और सड़क या रास्ते का अंतिम बिंदु कहां होगा. अगर आप ऐसे सवालों के बारे में सोचते हैं तो यह लेख आपके लिए है। आज हम आपको बताएंगे कि दुनिया में आखिरी सड़क कहां है.

दुनिया का अंतिम छोर

अक्सर देखा गया है कि इंसान के मन में कई तरह के सवाल उठते रहते हैं. इसमें एक सवाल यह भी है कि दुनिया का अंत कहां होता है? अंतिम मार्ग के बाद दृश्य कैसा दिखता है? इन सवालों का जवाब शायद ही किसी के पास होगा, लेकिन आज हम आपको बताएंगे कि ऐसी जगह कहां है. यूरोपीय देश नॉर्वे में एक ऐसी सड़क है, जिसे दुनिया की आखिरी सड़क के नाम से जाना जाता है. जानकारी के मुताबिक इस सड़क के खत्म होने के बाद आपको सिर्फ समुद्र और ग्लेशियर ही नजर आएगा. इसके अलावा आगे देखने लायक और कुछ नहीं है. इस सड़क को E-69 हाईवे के नाम से जाना जाता है.

जानें कहां है ये सड़क

आपको बता दें कि उत्तरी ध्रुव पृथ्वी का सबसे दूर बिंदु है, यहीं से पृथ्वी की धुरी घूमती है, नॉर्वे देश भी यहीं स्थित है. E-69 राजमार्ग पृथ्वी के अंतिम छोर को नॉर्वे से जोड़ता है. सड़क ऐसी जगह खत्म होती है जहां से आगे कोई रास्ता नजर नहीं आता. आपको हर जगह बर्फ ही बर्फ नजर आएगी, यहां सड़क की लंबाई करीब 14 किलोमीटर है.

क्या कोई यहाँ जा सकता है?

अगर आप E-69 हाईवे पर अकेले जाने की सोच रहे हैं और दुनिया का अंत करीब से देखना चाहते हैं तो इसके लिए आपको एक ग्रुप बनाना होगा, तभी आपको यहां तक ​​पहुंचने की इजाजत मिलेगी. इस सड़क पर किसी भी व्यक्ति को अकेले जाने की इजाजत नहीं है और न ही कोई वाहन यहां जा सकता है. यहां हर तरफ कई किलोमीटर तक बर्फ की मोटी चादर फैली हुई है, जिसके कारण यहां खो जाने का भी खतरा रहता है. यहां दिन और रात का मौसम बिल्कुल अलग होता है. उत्तरी ध्रुव के कारण यहां सर्दियों में छह महीने तक अंधेरा रहता है, जबकि गर्मियों में सूरज लगातार दिखाई देता रहता है. सर्दियों के दौरान यहां कोई दिन नहीं होता और गर्मियों के दौरान यहां कोई रात नहीं होती.

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