नई दिल्ली: हरियाणा विधानसभा चुनाव में मिली जबरदस्त शिकस्त ने कांग्रेस पार्टी को अंदर तक झकझोर दिया है. राज्य में अपनी जीत को लेकर कांग्रेस का राष्ट्रीय और प्रदेश नेतृत्व इतना ज्यादा आश्वस्त था कि उसे अभी तक अपनी हार का भरोसा नहीं हो पा रहा है. इस बीच पार्टी ने गुरुवार हरियाणा हार पर […]
नई दिल्ली: हरियाणा विधानसभा चुनाव में मिली जबरदस्त शिकस्त ने कांग्रेस पार्टी को अंदर तक झकझोर दिया है. राज्य में अपनी जीत को लेकर कांग्रेस का राष्ट्रीय और प्रदेश नेतृत्व इतना ज्यादा आश्वस्त था कि उसे अभी तक अपनी हार का भरोसा नहीं हो पा रहा है. इस बीच पार्टी ने गुरुवार हरियाणा हार पर बड़ी समीधा बैठक की. इस बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के साथ हरियाणा के कई वरिष्ठ नेता शामिल हुए.
हरियाणा हार की समीक्षा बैठक में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने राज्य के नेताओं को खूब सुनाया. उन्होंने भूपेंद्र हुड्डा और कुमारी शैलजा का नाम ना लेते हुए कहा कि पूरे चुनाव में कुछ नेताओं ने अपने हित को ज्यादा हावी रखा. वहीं उन्होंने पार्टी के हितों को दूसरे नंबर पर था. मालूम हो कि चुनाव के दौरान भूपेंद्र हुड्डा गुट और कुमारी शैलजा गुट में खुला टकराव देखा गया. मुख्यमंत्री पद की दावेदारी को लेकर दोनों नेताओं के बीच खूब तू-तू-मैं-मैं हुई.
गौरतलब है कि हरियाणा विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को स्पष्ट बहुमत मिला है. इसके साथ ही बीजेपी रिकॉर्ड तीसरी बार राज्य में सरकार बनाने जा रही है. मंगलवार-8 अक्टूबर को आए चुनाव परिणाम में बीजेपी को 48, कांग्रेस को 37, इनेलो को 3 और निर्दलीयों को तीन सीटों पर जीत मिली है. बता दें कि परिणाम से पहले आए एग्जिट पोल्स में कांग्रेस को भारी बहुमत मिलता हुआ दिखाया गया था.
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