नई दिल्ली। आजादी के बाद भारत में सबसे पहला बजट नवंबर 1947 को शनमुखम चेट्टी ने पेश किया था। जिसके बाद देश के अलग-अलग वित्त मंत्रियों ने बजट को पेश किया। इस दौरान किसी का बजट भाषण काफी लंबा होने की वजह से चर्चा में बना रहा तो किसी का बजट छोटा होने की वजह […]
नई दिल्ली। आजादी के बाद भारत में सबसे पहला बजट नवंबर 1947 को शनमुखम चेट्टी ने पेश किया था। जिसके बाद देश के अलग-अलग वित्त मंत्रियों ने बजट को पेश किया। इस दौरान किसी का बजट भाषण काफी लंबा होने की वजह से चर्चा में बना रहा तो किसी का बजट छोटा होने की वजह से लंबे समय तक लोगों को याद रहा। आजादी के 75 साल में कई वित्त मंत्रियों ने हर बजट में अपनी छाप छोड़ी। ऐसे में हम आपको सबसे लंबे और सबसे छोटे बजट भाषण के बारे में विस्तार से बता रहे हैं।
देश में सबसे लंबा बजट भाषण देने का रिकॉर्ड अभी की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के पास है। उन्होंने 2020 में यह बजट भाषण दिया था। ये भाषण 2 घंटे 40 मिनट तक चला था। इसी बजट भाषण में इनकम टैक्स न्यू रिजीम और एलआईसी आईपीओ का ऐलान हुआ था। इसके अलावा साल 2020 का बजट इसलिए भी खास था क्योंकि देश की पहली फुल टाइम महिला वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने यह बजट पेश किया था। इसमें एक दशक के लिए 10 प्वाइंट्स वाला विजन पेश किया गया था। इसमें प्री- फिलिंग ऑफ इनकम रिर्टन का भी ऐलान हुआ था।
इससे पहले जसवंत सिंह ने साल 2003 में 2 घंटे 13 मिनट का बजट भाषण दिया था। जिसमें यूनिवर्सल हेल्थ इंशयोरेंस, इनकम टैक्स रिटर्न की ई- फाइलिंग और एक्साइज एंड कस्टम ड्यूटी में कमी का प्रस्ताव शामिल था। वही सबसे छोटे बजट भाषण की बात कि जाए तो इसे हीरूभाई एम पटेल ने 1977 के अंतरिम बजट में दिया था। इस बजट में सिर्फ 800 शब्दों को बोला गया था।
आजाद भारत के इतिहास में अब तक 34 वित्त मंत्री बन चुके हैं। वर्तमान में पूर्णकालिक महिला वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण भारत के वित्तीय सेहत की जिम्मेदारी उठा रही हैं। बतौर फाइनेंस मिनिस्टर इस साल(2023) उनका पांचवा बजट भाषण होगा। वित्त मंत्री 1 फरवरी 2023 को संसद में सुबह 11 बजे बजट पेश करेंगी।