गुवाहाटी/नई दिल्ली: राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम निमंत्रण ठुकराने को लेकर कांग्रेस पार्टी भाजपा के निशाने पर आ गई है. भारतीय जनता पार्टी के नेता लगातार इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस पर निशाना साध रहे हैं. इस बीच असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कांग्रेस पर बड़ा हमला बोला है. उन्होंने कहा है कि […]
गुवाहाटी/नई दिल्ली: राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम निमंत्रण ठुकराने को लेकर कांग्रेस पार्टी भाजपा के निशाने पर आ गई है. भारतीय जनता पार्टी के नेता लगातार इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस पर निशाना साध रहे हैं. इस बीच असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कांग्रेस पर बड़ा हमला बोला है. उन्होंने कहा है कि कांग्रेस वाले बाबर से प्यार करते हैं, भगवान श्रीराम से नहीं. मेरा मानना है कि उन्हें कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आमंत्रित करना ही गलत था. सिर्फ भगवान राम में आस्था रखने वालों को ही आमंत्रित किया जाना चाहिए था. इसके साथ ही हिमंत ने कहा कि भगवान राम और बाबर के बीच, गांधी परिवार हमेशा बाबर को ही प्रणाम करेगा.
कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेस कर कहा कि चारों शंकराचार्यों ने राम मंदिर की प्राणप्रतिष्ठा के लिए अयोध्या नहीं जाने का फैसला किया है. लेकिन इस पर कोई नाराजगी नहीं है. उन्होंने कहा कि धार्मिक अनुष्ठानों पर राजनीति करना बिल्कुल गलत है. हम अयोध्या की यात्रा से इनकार नहीं कर रहे हैं. हम अयोध्या में 22 जनवरी के कार्यक्रम में नहीं जा रहे हैं जो पीएम मोदी और आरएसएस प्रमुख की मौजूदगी में हो रहा है. शंकराचार्य भी उस कार्यक्रम में नहीं जा रहे हैं. क्योंकि हम उस घृणित राजनीति का हिस्सा नहीं बनना चाहते जो इस वक्त की जा रही है.
बता दें कि अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम होने वाला है. जिसमें शामिल होने के लिए लोगों को आमंत्रित किया जा रहा है. इस बीच बुधवार को कांग्रेस पार्टी ने राम मंदिर प्रतिष्ठा कार्यक्रम का निमंत्रण ठुकरा दिया. कांग्रेस ने सोशल मीडिया पर एक पत्र शेयर किया है, जिसमें समारोह में न शामिल होने का कारण बताया गया है. इस पत्र में कांग्रेस ने लिखा है कि धर्म एक निजी मामला है, लेकिन भाजपा/आरएसएस ने मंदिर के उद्घाटन कार्यक्रम को राजनीतिक इवेंट बना लिया है. बता दें कि कांग्रेस के अलावा विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A के कई अन्य घटक दल भी प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होने से इनकार कर चुके हैं.