नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के मेरठ में कन्या भोज में अष्टमी और नवमी के दौरान हिंदू महिलाओं ने एक मुस्लिम बच्ची को शामिल करने पर काफी विरोध किया। इतनी ही नहीं दोनों पक्षों की महिलाओं के बीच जमकर मारपीट और पत्थरबाजी भी हुई। दो महिलाओं को पुलिस ने हिरासत में लिया लेकिन बाद में उन्हें […]
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के मेरठ में कन्या भोज में अष्टमी और नवमी के दौरान हिंदू महिलाओं ने एक मुस्लिम बच्ची को शामिल करने पर काफी विरोध किया। इतनी ही नहीं दोनों पक्षों की महिलाओं के बीच जमकर मारपीट और पत्थरबाजी भी हुई। दो महिलाओं को पुलिस ने हिरासत में लिया लेकिन बाद में उन्हें छोड़ दिया। इस मामले में दूसरे समुदाय के लोगों पर हिंदू जागरण मंच ने कार्रवाई की मांग की है।
एक मुस्लिम बच्ची को अष्टमी व नवमी पर कन्या भोज के दौरान जिमाने के लिए बैठा लिया गया। कुछ हिंदू महिलाओं ने इस बात का विरोध किया और दोनों पक्ष की महिलाओं में वाद-विवाद में मारपीट हो गई। इसी दौरान दोनों पक्ष के लोग भी आमने-सामने आ गए। दोनों पक्षों में इसके बाद जमकर पत्थर चले। इस मामले की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों पक्षों को खदेड़ा। पुलिस दो महिलाओं को हिरासत में लेकर थाने ले आई। इसके बाद पुलिस ने उन्हें झगड़ा नहीं करने और जिम्मेदार लोगों की जिम्मेदारी पर छोड़ा दिया।
जानकारी के मुताबिक कन्या भोज के दौरान कुछ लोगों का कहना है किमुस्लिम बच्चों के स्वजन ने बच्चों को टीका लगाने पर एतराज जताया। इसी कारण कहासुनी के बाद दोनों पक्ष की महिलाओं में मारपीट हुई। पुरुष व अन्य लोग जो दोनों पक्ष के थे वह भी इस विवाद में शामिल हो गए और उनमें पथराव होने लगा। इस मामले को पुलिस के पहुंचने पर शांत कराया गया। इंस्पेक्टर मेडिकल शीलेश कुमार से हिंदू जागरण मंच के पूर्व महानगर अध्यक्ष सचिन सिरोही ने बातचीत कर दूसरे समुदाय के लोगों पर पथराव करने को लेकर कार्रवाई की मांग की। हिंदू पक्ष का उत्पीड़न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी। फिलहाल पुलिस इस मामले में जांच में जुट गई है।
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