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‘PM पर मजाक ना करने का कोई कानून नहीं है… ‘ पवन खेड़ा मामले में शशि थरूर

नई दिल्ली: कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा की गिरफ्तारी से इस समय पूरे देश की सियासत गरमाई हुई है. इस गिरफ्तारी पर विपक्ष लगातार केंद्र सरकार को घेर रहा है और भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोले हुए है. हालांकि गिरफ्तारी के कुछ घंटों बाद ही सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर पवन खेड़ा को जमानत दे दी […]

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‘PM पर मजाक ना करने का कोई कानून नहीं है… ‘ पवन खेड़ा मामले में शशि थरूर
  • February 23, 2023 9:02 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

नई दिल्ली: कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा की गिरफ्तारी से इस समय पूरे देश की सियासत गरमाई हुई है. इस गिरफ्तारी पर विपक्ष लगातार केंद्र सरकार को घेर रहा है और भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोले हुए है. हालांकि गिरफ्तारी के कुछ घंटों बाद ही सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर पवन खेड़ा को जमानत दे दी गई थी. लेकिन इस कार्रवाई पर कांग्रेस नेताओं ने अब भाजपा को घेरना शुरू कर दिया है. इसी कड़ी में पवन खेड़ा की गिरफ्तारी मामले पर कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने भी केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा है.

क्या बोले थरूर?

मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि ‘यह चौकाने वाला है, किसी को एक मजाक के लिए आप जेल में नहीं डाल सकते हैं। हमारे पास ऐसा कोई कानून नहीं जिसमें आप PM पर चुटकुले नहीं कह सकते हैं, ऐसे में असम पुलिस द्वारा यह करना अपमानजनक है। मैं सुप्रीम कोर्ट का शुक्रिया करता हूं कि पवन जी को तुरंत बेल मिल गई.’

‘संघर्ष करता रहूंगा’

पवन खेड़ा ने कोर्ट से बाहर आने के बाद मीडिया से कहा कि ‘मुझे न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है और मैं जानता हूं कि मैंने आज जो सच की लड़ाई है, उसमें संघर्ष करना पड़ता है. मैं लोकतंत्र को मजबूत करने में कोई कसर नहीं छोड़ूंगा.’ इस दौरान जब पवन खेड़ा से उनपर हुए केस को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने इसपर कोई भी टिप्पणी करने से इनकार किया. बता दें, सीनियर एडवोकेट अभिषेक मनु सिंघवी ने सुप्रीम कोर्ट में पवन खेड़ा की तरफ से दलील रखी थी. अपनी दलील में सिंघवी ने कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी पर दिया गया खेड़ा का बयान स्लिप ऑफ टंग था, जिसके लिए खेड़ा ने उस समय माफ़ी भी मांग ली थी.

क्या बोले खड़गे?

कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मीडिया से कहा कि भाजपा ने पवन खेड़ा को परेशान करने की कोशिश की है. मैं सुप्रीम कोर्ट के आदेश से काफी खुश हूं क्योंकि यह उनके(भाजपा) मुंह पर करारा तमाचा है. मैं भाजपा के इस कृत्य की कड़ी निंदा करता हूं क्योंकि संसद में भी हमें मुद्दे उठाने से रोका गया. लोकतंत्र खतरे में है और वह बोलने की आज़ादी को ख़त्म करने की कोशिश कर रहे हैं.

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