नई दिल्ली: मौसम विभाग ने सितंबर के महीने में कुछ राज्यों में भारी बारिश के आसार जताए हैं। जानकारी के अनुसार जम्मू-कश्मीर, राजस्थान, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, महाराष्ट्र से लेकर मध्य प्रदेश से सटे इलाकों में सितंबर में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है। इसके साथ ही बांग्लादेश में भी लोगों पर मौसम अपना […]
नई दिल्ली: मौसम विभाग ने सितंबर के महीने में कुछ राज्यों में भारी बारिश के आसार जताए हैं। जानकारी के अनुसार जम्मू-कश्मीर, राजस्थान, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, महाराष्ट्र से लेकर मध्य प्रदेश से सटे इलाकों में सितंबर में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है। इसके साथ ही बांग्लादेश में भी लोगों पर मौसम अपना कहर बरपा रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक बांग्लादेश में अब तक 60 से अधिक लोगों की बाढ़ के कारण मौत हो चुकी हैं।
मौसम विभाग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार बंगाल की खाड़ी में बने एक कम दबाव वाले क्षेत्र के अवदाब में बदलने से आंध्र प्रदेश और ओडिशा के तटीय इलाकों में रोजाना भारी बारिश हो रही है। इसके अलावा दो सितंबर तक हिमाचल में मौसम विभाग ने राज्य के अलग-अलग क्षेत्रों में भीषण बारिश होना का आशंका जताई है और राज्य के लिए यलो अलर्ट जारी किया है। इसके साथ ही मौसम विभाग ने रविवार से दो दिन के लिए राजधानी दिल्ली में भी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। मानना है कि सितंबर माह की शुरुआत बारिश से होने संभावना है। ऐसे में आसमान में हल्के बादल छाए रह सकते हैं और दिल्ली का अधिकतम तापमान 35 हो सकता है और न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने संभावना है। इसके अलावा सितंबर के पहले पखवाड़े में जम्मू-कश्मीर में दो चरणों में भारी बारिश की संभावना जताई जा रही है। मौसम विभाग के मुताबिक राज्य के अलग-अलग हिस्सों में दो व तीन सितंबर और फिर सात व आठ सितंबर को बारिश हो सकती है। डूबे युवक की राजोरी जिले की ऊफनती नदी में तलाश तेज कर दी गई है। शनिवार सुबह से ही एसडीआरएफ की टीम उसकी तलाश में जुटी हुई हैं।
बारिश का कहर मध्य से लेकर उत्तर-पश्चिम और दक्षिण भारत में जारी है। गुजरात में नदियां ऊफान पर आई हुई हैं। बांधों का जलस्तर दिन पर दिन बढ़ रहा है। जामनगर समेत वडोदरा और कई आस-पास के जिले जलमग्न हैं। जानकारी के अनुसार पिछले दो-तीन दिन में अकेले जामनगर से 5,000-20,000 हजार से अधिक लोगों को जो बाढ़ग्रस्त इलाकों में फंसे हुए थे उनको सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। मूसलाधार बारिश की वजह से हिमाचल प्रदेश में भी जगह-जगह भूस्खलन होने के कारण 72 सड़कें बंद हैं। इसके अलावा आंध्र प्रदेश में वर्षा जनित घटनाओं और भूस्खलन के कारण आठ लोगों की मौत हो गई है। इतना ही नहीं पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश में भी बाढ़ का कहर जारी है ढ़ के कारण अब तक 62 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। फिलहाल चक्रवाती तूफान असना का खतरा गुजरात पर से टल गया है। परंतु अगले 24 घंटे में चक्रवाती तूफान असना में इसके पश्चिम और उत्तर पश्चिम की तरफ से बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। मौसम विभाग के मुताबक गुजरात के नलिया से 460 किमी पश्चिम असना शनिवार तक बढ़ सकता है।
बांग्लादेश में पहले आरक्षण को लेकर लोगों के बीच हिंसा, सरकार को लेकर विरोधी प्रदर्शन के बाद अब बांग्लादेश में प्रकृति का कहर देखने को मिल रहा है। जानकारी के अनुसार बांग्लादेश में भारी बारिश और बाढ़ के कारण 60 से अधिक लोगों की अभी तक मौत हो चुकी है। अंतरिम सरकार की तरफ से देश में जो रिपोर्ट जारी की गई है उसके हिसाब से मरने वालों में छह महिलाएं और 12 बच्चे शामिल हैं। पांच लाख से ज्यादा लोग विनाशकारी बाढ़ की वजह से प्रभावित हुए हैं। प्रकृति के तांडव ने बांग्लादेश में लोगों का हाल बेहाल किया हुआ है। इतना ही नहीं मौसम का कहर केरल में भी देखने को मिल रहा है। भूस्खलन का केंद्र रहे पंचिरीमट्टम के ठीक ऊपर वायनाड जिले में 30 जुलाई शनिवार को भी पहाड़ से भारी मलबा गिरा। इसे पहले भी 200 से अधिक लोगों पिछले भूस्खलन में जान चली गई और इसी कारण से वहां 78 लोग अभी भी लापता हैं।
सितंबर महीने के लिए भी मौसम विभाग ने पूर्वानुमान जारी किया है। मौसम विभाग के अनुसार भारत के कुछ हिस्सों में रोजाना से अधिक वर्षा होने की संभावना जताई जा रही है। मौसम विभाग का कहना है कि सितंबर महीने में दक्षिणी प्रायद्वीप के कई हिस्सों, उत्तर पश्चिम भारत के कुछ दूरवर्ती क्षेत्रों, उत्तरपूर्वी उत्तर प्रदेश और उत्तरी बिहार के साथ-साथ पूर्वोत्तर भारत के अधिकांश हिस्सों के अलावा (दीर्घावधि औसत का 94-106 प्रतिशत) 109 प्रतिशत यानी 167.9 मिमी बारिश हो सकती है। इन इलाकों में सामान्य से अधिक वर्षा हो सकती है।
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