नई दिल्ली। ब्रिटेन की गृह सचिव सुएला ब्रेवरमैन ने संजय भंडारी के प्रत्यर्पण का आदेश दिया है। इन पर कथित तौर मनी-लॉन्ड्रिंग और कर चोरी का आरोप लगा है। संजय भंडारी पर ये फैसला ब्रिटेन अदालत के फैसले के कई महीनों बाद आया है। इसमें उसके प्रत्यर्पण पर कोई रोक नहीं है। ब्रेवरमैन को स्थानांतरित […]
नई दिल्ली। ब्रिटेन की गृह सचिव सुएला ब्रेवरमैन ने संजय भंडारी के प्रत्यर्पण का आदेश दिया है। इन पर कथित तौर मनी-लॉन्ड्रिंग और कर चोरी का आरोप लगा है। संजय भंडारी पर ये फैसला ब्रिटेन अदालत के फैसले के कई महीनों बाद आया है। इसमें उसके प्रत्यर्पण पर कोई रोक नहीं है।
बता दें कि संजय भंडारी का मामला ब्रेवरमैन को स्थानांतरित कर दिया गया, जिसको अदालत के आदेश पर उसको प्रत्यर्पण करने के आदेश देने के लिए अधिकृत किया गया था। इससे पहले इन्होंने वेस्टमिंस्टर कोर्ट में अपना एक केस हार गए थे, इस केस में इन्होंने ईडी और इनकम टैक्स के प्रत्यर्पण अनुरोध को चुनौती दी थी।
गौरतलब है कि संजय भंडारी को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और उनके पति रॉबर्ट वाड्रा का करीबी माना जाता है। वहीं इन्ही के साथ संलिप्तता पाए जाने के कारण इनको मनी-लॉन्ड्रिंग के जांच का सामना करना पड़ा है।
ब्रेवरमैन ने 12 जनवरी को संजय भंडारी के प्रत्यर्पण का आदेश दिया था। वहीं संजय भंडारी उच्च न्यायालय के प्रशासनिक न्यायालय में 26 जनवरी तक आवेदन कर जज और गृह सचिव दोनों से फैसले के खिलाफ अपील करने की अनुमति मांग कर सकते हैं।
एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत सरकार के अनुरोध पर भंडारी को जून 2020 में वहां की तत्कालीन गृह सचिव प्रीति पटेल ने प्रमाणित किया था। उसी साल जुलाई में इनको प्रत्यर्पण वांरट पर गिरफ्तार किया गया था।