छतरपुर: एमपी का बागेश्वर धाम और धीरेंद्र शास्त्री दोनों ही सुर्ख़ियों में छाए हुए हैं। बागेश्वर धाम के दिव्य दरबार उस वक़्त सनसनी मच गई जब मज़हब की बंदिशों को दरकिनार करते हुए एक परिवार और एक मुस्लिम महिला ने हिन्दू धर्म कुबूल करने का ऐलान कर दिया। जी हाँ, इस महिला का नाम सुलताना […]
छतरपुर: एमपी का बागेश्वर धाम और धीरेंद्र शास्त्री दोनों ही सुर्ख़ियों में छाए हुए हैं। बागेश्वर धाम के दिव्य दरबार उस वक़्त सनसनी मच गई जब मज़हब की बंदिशों को दरकिनार करते हुए एक परिवार और एक मुस्लिम महिला ने हिन्दू धर्म कुबूल करने का ऐलान कर दिया। जी हाँ, इस महिला का नाम सुलताना बेगम है और वह छत्तीसगढ़ के बिलासपुर की रहने वाली है। इस मुस्लिम औरत सुलताना बेगम ने मंच से ही “जय श्री राम” के नारे लगाए। सुलताना ने दावा किया कि सनातन धर्म से अच्छा और कोई मज़हब नहीं है।
ख़बर के मुताबिक, सुलताना बेगम के परिवार ने बहुत पहले ही उसे अपनाने से इनकार कर दिया है। सुलताना बेगम एक हिन्दू युवक से प्यार करती है। यही नहीं, सुल्ताना ने बजरंगबली से लेकर तमाम हिन्दू देवी देवताओं की जयकार लगाई और कहा कि वो अब हमेशा हिन्दू धर्म अपना कर रहेंगी। साथ ही सुल्ताना ने इस बात का भी ज़िक्र किया कि वो बग़ैर किसी दबाव के अपनी मर्ज़ी से हिन्दू धर्म अपना रही है। तो वहीं उड़ीसा से आए परिवार का कहना है कि उनका बच्चा किसी बीमारी में मुब्तिला है। ऐसे में उन्हें दरबार में बच्चे के जल्द ठीक होने की उम्मीद है।
आपको बताते चलें, बागेश्वर बाबा पर अंधविश्वास फैलाने का इल्ज़ाम लगा है। वहीं, धीरेंद्र शास्त्री ने तमाम आरोपों को सिरे से नकार दिया है। रायपुर में मीडिया से बात करते हुए धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि ऐसे लोग आते रहेंगे। हमारे पास कोई बंद कमरा नहीं है। जिन लोगों ने चुनौती दी है। बागेश्वर बालाजी के दरबार में लाखों लोग आकर बैठते हैं।
धीरेंद्र शास्त्री ने आगे कहा कि उनकी छवि खराब करने वालों और उनकी शक्तियों पर सवाल उठाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म के खिलाफ बोलने वालों का बहिष्कार करना चाहिए। जो भी लोग मेरी छवि खराब करने की कोशिश कर रहे हैं, बागेश्वर धाम के लोग उन्हें करारा जवाब जरूर देंगे। जब तक मैं ज़िंदा हूँ, मैं सभी सनातनी हिंदुओं को अपने धर्म में वापस लाता रहूँगा।
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने बाबा के तमाम आरोपों को मिथ्या ठहराया है। उन्होंने कहा कि क्यों सिर्फ हिन्दू महात्मा पर निशाना साधा जाता हैं। जावरा दरगाह में लोग जमीन पर लोटते, पीटते हैं। लेकिन इस बारे में कोई बात नहीं करता हैं। क्या किसी ने कभी जावरा पर सवाल किया है। बता दें कि इसके साथ ही विजयवर्गीय ने धीरेंद्र शास्त्री पर लगे सभी आरोपों को गलत ठहराया है।