लखनऊ: यूपी के माफिया अतीक अहमद को गुजरात से यूपी वापस लाया जा रहा है। आपको बता दें, पुलिस के काफिले में कई गाड़ियां शामिल हैं। ऐसे में अब खबर है कि पुलिस के इस काफिले की गाड़ी खराब हो गई है। बताया जा रहा है कि माफिया अतीक अहमद का काफिला इस वक़्त राजस्थान […]
लखनऊ: यूपी के माफिया अतीक अहमद को गुजरात से यूपी वापस लाया जा रहा है। आपको बता दें, पुलिस के काफिले में कई गाड़ियां शामिल हैं। ऐसे में अब खबर है कि पुलिस के इस काफिले की गाड़ी खराब हो गई है। बताया जा रहा है कि माफिया अतीक अहमद का काफिला इस वक़्त राजस्थान के डूंगरपुर इलाके में पहुंचा है। इसी दौरान अतीक की कार खराब होने की खबर है।
साथ ही हम आपको बता दें कि माफिया अतीक अहमद की बहन आयशा नूरी ने सीजेएम कोर्ट में वकील के जरिए सरेंडर की अर्जी दी है। आयशा के साथ ही अतीक की भांजी उंजिला ने भी सरेंडर की अर्जी लगाई है। इसके बाद अदालत ने मनगंज थाने से इस मामले की रिपोर्ट मांगी है। बता दें कि उमेश पाल हत्याकांड में आरोपी बनाए जाने के बाद अतीक के परिवार के सदस्य एक-एक कर सरेंडर कर रहे हैं।
बता दें कि 16 दिनों के बाद एक बार फिर अतीक अहमद को साबरमती जेल से प्रयागराज लाया जा रहा है। कई घंटों की कागजी कार्रवाई के बाद अतीक को साबरमती जेल से बाहर निकाला गया है। जेल से बाहर निकलते ही एक बार फिर अतीक को एनकाउंटर का डर सताने लगा है। इसी दौरान अतीक ने कहा कि ये लोग मुझे मार डालेंगे।
अतीक अहमद को इस बार काफी सुरक्षा व्यवस्था के बीच लाया जा रहा है। पुलिस वैन में इस बार सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए है। इसके अलावा इस बार अतीक को बॉयोमैट्रिक लॉक वाले पुलिस वैन में रखा गया है, जिसका कंट्रोल कुछ ही पुलिसकर्मियों को दिया गया है। इसके साथ ही पुलिसकर्मियों को बॉडी वार्न कैमरा पहनाया गया है। कई जवान बुलेटफ्रूफ जैकेट पहनकर मुस्तैद हैं।
गौरतलब है कि इससे पहले 28 मार्च को अतीक को 25 जनवरी 2005 को बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड मामले में पेश होने के लिए प्रयागराज लाया गया था। इस हत्याकांड में अतीक अहमद, उसका भाई अशरफ अहमद और 5 अन्य नामजद थे। इसके साथ ही 4 अज्ञात को भी आरोपी बनाया गया था। इस केस में राजू पाल के रिश्तेदार उमेश पाल मुख्य गवाह थे। जिनका बाद में 28 फरवरी को अपहरण हुआ था। इसका भी आरोप अतीक और उसके साथियों पर लगा था। उमेश ने आरोप लगाया था कि अतीक ने उसके साथ मारपीट करने और जान से मारने की धमकी दी थी।