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‘खतरा चीन है और ध्यान पाकिस्तान पर केंद्रित किया जा रहा है’- कांग्रेस नेता मनीष तिवारी

नई दिल्ली। अरूणाचल प्रदेश के तवांग में 9 दिसंबर को भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुई झड़प को लेकर सियासी घमासान तेज है। विपक्षी पार्टियां इस मामले को लेकर मोदी सरकार पर हमलावर है। इस बीच कांग्रेस नेता और सांसद मनीष तिवारी ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि विदेश मंत्री […]

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‘खतरा चीन है और ध्यान पाकिस्तान पर केंद्रित किया जा रहा है’- कांग्रेस नेता मनीष तिवारी
  • December 15, 2022 12:44 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

नई दिल्ली। अरूणाचल प्रदेश के तवांग में 9 दिसंबर को भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुई झड़प को लेकर सियासी घमासान तेज है। विपक्षी पार्टियां इस मामले को लेकर मोदी सरकार पर हमलावर है। इस बीच कांग्रेस नेता और सांसद मनीष तिवारी ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि विदेश मंत्री एस जयशंकर पुरानी गलती दोहरा रहे हैं। कांग्रेस नेता ने कहा कि खतरा इस वक्त चीन से है और केंद्र सरकार ध्यान पाकिस्तान पर केंद्रित कर रही है।

कुछ अध्यायों पर गौर करना चाहिए

कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने कहा कि विदेश मंत्री एस जयशंकर को भारतीय इतिहास और कूटनीति के कुछ अध्यायों पर दोबारा गौर करने की जरूरत है। दुर्भाग्य से वे वही गलती कर रहे हैं जो रक्षा मंत्री कृष्णा मेनन ने की थी। जब खतरा चीन है तो पाकिस्तान पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है।

रक्षा मंत्री ने संसद में दिया बयान

गौरतलब है कि अरूणाचल प्रदेश के तवांग में चीनी सैनिकों से हुई झड़प पर मंगलवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा और राज्यसभा में बयान दिया। उन्होंने बताया कि इस झड़प में एक भी सैनिक शहीद नहीं हुआ है। इस दौरान दोनों सदनों में विपक्ष ने जबरदस्त हंगामा किया।

अतिक्रमण करने से रोका

तवांग में हुए झड़प पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारतीय सेना ने बहादुरी से PLA को हमारे क्षेत्र में अतिक्रमण करने से रोका और उन्हें उनकी केंद्र पर वापस जाने के लिए मजबूर कर दिया। इस झड़प में दोनों ओर के कुछ सैनिकों को चोटें आईं। रक्षा मंत्री ने आगे कहा कि 9 दिसंबर 2022 को PLA गुट ने तवांग सेक्टर के यांग्त्से क्षेत्र में, LAC पर अतिक्रमण कर यथास्थिति को एकतरफा बदलने का प्रयास किया। चीन के इस प्रयास का हमारी सेना ने दृढ़ता के साथ सामना किया। इस झड़प में हाथापाई हुई।

किसी भी सैनिक की मृत्यु नहीं

राजनाथ सिंह ने आगे कहा कि इस घटना के पश्चात क्षेत्र के स्थानीय कमांडर ने 11 दिसंबर 2022 को अपने चीनी समकक्ष के साथ स्थापित व्यवस्था के तहत एक फ्लैग मीटिंग की और इस घटना पर चर्चा की। मैं इस सदन को यह बताना चाहता हूं कि हमारे किसी भी सैनिक की मृत्यु नहीं हुई है और न ही कोई गंभीर रूप से घायल हुआ है। भारतीय सैन्य कमांडरों के समय पर हस्तक्षेप के कारण PLA सैनिक अपने स्थानों पर वापस चले गए।

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