लखनऊ। प्रयागराज के उमेश पाल हत्याकांड में बड़ा खुलासा हुआ है। वारदात को अंजाम देने के बाद शूटर सीधे चकिया पहुंचे थे, जहां असद अपने घर गया और शाइस्ता से मुलाकात की, इसके बाद वो वहां से तुरंत निकल गया। जबकि दो लोग चकिया में मुन्ना के घर जबनरन घुसे, उन्होंने मुन्ना और उसके परिवार […]
लखनऊ। प्रयागराज के उमेश पाल हत्याकांड में बड़ा खुलासा हुआ है। वारदात को अंजाम देने के बाद शूटर सीधे चकिया पहुंचे थे, जहां असद अपने घर गया और शाइस्ता से मुलाकात की, इसके बाद वो वहां से तुरंत निकल गया। जबकि दो लोग चकिया में मुन्ना के घर जबनरन घुसे, उन्होंने मुन्ना और उसके परिवार वालों की कनपटी पर बंदूक लगा दी। इसके बाद दोनों शूटर रात भर मुन्ना के घर पर ही ठहरे। सुबह वे मुन्ना के चचेरे भाई की बाइक लेकर भाग गए। इसके बाद वो कहां गए, यह अभी पता नहीं चल सका है।
जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने मुन्ना को हिरासत में लिया। पूछताछ में उसने बताया कि वह नहीं जानता कि वे लोग कौन थे? घर में घुसते ही दोनों ने घर वालों की कनपटी पर बंदूक लगा दी। इसके बाद जबरत रात भर रुके रहे। शूटर्स ने मुन्ना से ही बाहर से खाना मंगवाया, इस दौरान रात भर घर वाले दहशत में थे।
मुन्ना ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि सुबह जाते समय दोनों शूटर उसके चचेरे भाई की बाइक लेकर भाग निकले। फिलहाल लंबी पूछताछ के बाद पुलिस ने मुन्ना को छोड़ दिया है। हालांकि, बताया जा रहा है कि उसे अभी क्लीन चिट नहीं दी गई है। उसकी मोबाइल कॉल डिटेल्स और अन्य चीजें खंगाली जा रही हैं।
इस हत्याकांड के साजिशकर्ता सदाकत खान को पुलिस ने जेल भेज दिया है। उसे नैनी जेल में हाई सिक्योरिटी बैरक में रखा गया है। बैरक के बाहर जेल पुलिस की तैनाती की गई है। बता दें कि इलाहाबाद विश्वविद्याल के मुस्लिम बोर्डिंग हॉस्टल में रहने वाले सदाकत खान के कमरे में ही उमेश पाल हत्याकांड की साजिश रची गई थी। गुलाम, गुड्डू मुस्लिम और अन्य लोगों ने सदाकत के कमरे में कई बैठकें की थी। साथ ही अतीक और अशरफ ने व्हाट्सएप कॉल के जरिए बैठक में हिस्सा लिया था। यूपी एसटीएफ ने गोरखपुर से सदाकत को गिरफ्तार किया था।
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