नई दिल्ली : 19 फरवरी को श्री कल्कि धाम के शिलान्यास समारोह में प्रधानमंत्री की मौजूदगी न सिर्फ कल्कि धाम के काम को गति देगी, बल्कि मंडल की राजनीति में हिंदुत्व के एजेंडे को भी धार देगी. इस कार्यक्रम में मुरादाबाद संसदीय क्षेत्र के अलावा बदायूँ बरेली और कुछ अन्य जिलों के भाजपा कार्यकर्ता भी […]
नई दिल्ली : 19 फरवरी को श्री कल्कि धाम के शिलान्यास समारोह में प्रधानमंत्री की मौजूदगी न सिर्फ कल्कि धाम के काम को गति देगी, बल्कि मंडल की राजनीति में हिंदुत्व के एजेंडे को भी धार देगी. इस कार्यक्रम में मुरादाबाद संसदीय क्षेत्र के अलावा बदायूँ बरेली और कुछ अन्य जिलों के भाजपा कार्यकर्ता भी भाग लेंगे. बता दें कि प्रधानमंत्री का भाषण कार्यकर्ताओं में जोश जगाएगा. साथ ही उन्हें लोकसभा चुनाव की तैयारियों का एजेंडा भी मिलेगा.
पीएम नरेंद्र मोदी 19 फरवरी को कल्कि बांध के शिलान्यास समारोह में शामिल होने के लिए संबल जाएंगे, और लोकसभा चुनाव की पूर्वसंध्या पर प्रधानमंत्री का संवेदनशील दौरा मंडल राजनीति के लिए काफी अहम हो सकता है. प्रधानमंत्री यहां एक जनसभा को संबोधित करेंगे. क्योंकि 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को सभी 6 सीटें-मुरादाबाद, रामपुर, अमरोहा, संबल, बिजनौर और नगीना हारनी पड़ी, और 3 सीटें (रामपुर, मुरादाबाद और संबल) एसपी के पास गईं और 3 सीटें (अमरोहा, बिजनौर और नगीना) बीएसपी के पास गईं थी. दरअसल रामपुर से सांसद आजम खान के इस्तीफे के बाद 2022 में हुए उपचुनाव में बीजेपी ने ये सीट जीत ली थी. हालांकि भाजपा मुरादाबाद जिले की सबा सीट को लेकर बेहद गंभीर है.
बता दें कि पार्टी का फोकस भी मंडल की 6 सीटें हैं, ताकि लोकसभा के चुनाव में सीटों की संख्या थोड़ी बढ़ाई जा सके, और 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने मुरादाबाद मंडल की सभी 6 सीटों पर जीत हासिल कर ली , और भाजपा 2024 में 2014 का इतिहास दोहराना चाहती है. दरअसल चुनाव का घोषणा होने से कुछ दिन पहले पीएम का दौरा मंडल के भाजपा कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ाने का काम करने वाली है.