लखनऊ। माफिया अतीक अहमद को प्रयागराज लाया जा रहा है। यूपी पुलिस की एक विशेष टीम अतीक को साबरमती जेल से सड़क मार्ग से उत्तर प्रदेश ला रही है। इस बीच आज सुबह पुलिस का काफिला मध्य प्रदेश के शिवपुरी पहुंचा। बताया जा रहा है कि यहां से माफिया को लेकर पुलिस की टीम झांसी […]
लखनऊ। माफिया अतीक अहमद को प्रयागराज लाया जा रहा है। यूपी पुलिस की एक विशेष टीम अतीक को साबरमती जेल से सड़क मार्ग से उत्तर प्रदेश ला रही है। इस बीच आज सुबह पुलिस का काफिला मध्य प्रदेश के शिवपुरी पहुंचा। बताया जा रहा है कि यहां से माफिया को लेकर पुलिस की टीम झांसी की ओर बढ़ रही है।
साबरमती जेल से बाहर निकलने के बाद अतीक अहमद ने अपनी हत्या की आशंका जताई। जेल के बाहर पुलिस जब उसे वैन में ले जा रही थी, तब उसने वहां मौजूद मीडिया कर्मियों से कहा कि मुझे इनका (पुलिस) का प्रोग्राम (योजना) मालूम है, ये मेरी हत्या करना चाहते हैं।
यूपी के प्रयागराज और उसके आसपास के इलाकों में खौफ का दूसरा नाम माना जाने वाला अतीक अहमद जून 2019 से गुजरात की साबरमती जेल में बंद है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर से यूपी से साबरमती जेल स्थानांतरित किया गया था। यूपी लाने के बाद अतीक को 28 मार्च को अपहरण के एक मामले में अदालत के समक्ष पेश किया जाएगा।
बता दें कि, अगर माफिया इस मामले में दोषी करार दिया जाता है तो ये उसकी पहली सजा होगी। गौरतलब है कि, पिछले तीन दशक से माफिया माफिया बने रहने के बाद भी उसे किसी भी केस में दोषी साबित नहीं किया जा सका है।
गौरतलब है कि, बीजेपी सांसद सुब्रत पाठक ने एक मार्च को अपने में विकास दुबे वाली घटना का जिक्र किया था। पाठक ने लिखा था कि, यूपी पुलिस सुरक्षा में रहे उमेश पाल और पुलिस सुरक्षाकर्मी की हत्या सीधे तौर पर प्रदेश की सरकार पर हमला है। याद रखो, जब विकास दुबे नहीं बचा तो इन दुर्दांतों का क्या होगा, अब ये बताने की जरूरत नहीं है। बीजेपी सांसद ने आगे लिखा कि, यदि माफिया अतीक अहमद की भी गाड़ी पलट जाए, तो मुझे कोई अचरज नहीं होगा।
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