लखनऊ। भारत जैसे लोकतांत्रिक देश में धरना देना आम बात है और यह जनता का अधिकार माना जाता है. हर दिन यहां हजारों लाखों लोग अपने अधिकार के लिए धरना-प्रदर्शन करते हैं. मगर आज जिस धरने की बात हो रही है अपने आप में अनोखा है. दरअसल, उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में पिछले 27 साल […]
लखनऊ। भारत जैसे लोकतांत्रिक देश में धरना देना आम बात है और यह जनता का अधिकार माना जाता है. हर दिन यहां हजारों लाखों लोग अपने अधिकार के लिए धरना-प्रदर्शन करते हैं. मगर आज जिस धरने की बात हो रही है अपने आप में अनोखा है. दरअसल, उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में पिछले 27 साल से एक व्यक्ति धरने पर बैठा है और उसको बैठे 10 हजार दिन से अधिक का समय बीत चुका है. उसका धरना अभी भी जारी है. आइए जानते हैं उनकी क्या मांग है….
धरना दे रहे व्यक्ति सामली जिले के चौसाना गांव निवासी मास्टर विजय सिंह 26 फरवरी 1996 से अपनी मांग को लेकर धरने पर बैठे. अब उनको 10 हजार दिन पूरा हो गया है. उनके मुताबिक उन्होंने ये धरना भ्रष्टाचारियों और भू-माफियाओं के खिलाफ शुरू किया था. मास्टर विजय सिंह ने बताया कि उनके गांव की साढ़े चार हजार बीघा जमीन व जिले की सात लाख बीघा जमीन को भूमाफियाओं ने कब्ज़ा कर रखा है. जिसे उनके कब्जे से मुक्त कराने की लड़ाई लड़ रहे हैं.
मास्टर विजय सिंह के मुताबिक 27 साल से चल रहे इस धरने ने अनोखा रिकार्ड बना लिया है. उनका धरना लिम्का बुक और एशिया बुक में भी दर्ज हो चुका है. उन्होंने आगे बताया कि यह दुनिया के सबसे लम्बे समय तक चलने वाला धरना है. इससे पहले पहला सबसे लंबा धरना देने का रिकार्ड USA के विलियम थॉमस का था. थामस ने अमेरिका के वाइट हाउस के जो 27 साल 2 महीने दिन तक धरना दिया था. विजय सिंह को धरना दिए 27 साल 5 महीने हो गए हैं, इसलिए यह सबसे लम्बे समय तक चलने वाला धरना बन गया है .
विजय सिंह ने बताया कि इस धरने के दौरान प्रशासन द्वारा उनके ऊपर कई फर्जी मुकदमे किये गए उनको डराया धमकाया गया कि वो धरनास्थल से चलाए जाएं. अपराधियों द्वारा उनके दोस्त की हत्या कर दी गई और उनको भी जान से मारने की धमकी मिलती रही है. उन्होंने कहा जब तक इंसाफ नहीं मिल जाता धरना ऐसे ही चलता रहेगा.