इंफाल: मणिपुर हिंसा के दौरान एक विशेष समुदाय की महिलाओं के साथ हुए अमानवीय कृत्य का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस वीडियो में पुरुषों की भीड़ दिखाई दे रही है जो दो महिलाओं को नग्न अवस्था खदेड़ रही है. बताया जा रहा है कि इस ”घृणित कृत्य” में हजारों पुरुषों की भीड़ शामिल थी जिन्होंने तीन महिलाओं के साथ कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार किया. आइए जानते हैं कैसे शुरू हुआ ये पूरा मामला और क्या है इस अमानवीय घटना की पूरी कहानी.
जानकारी के अनुसार 4 मई को जब मणिपुर में हिंसा भड़की तो 1 हजार लोगों ने एकाएक AK राइफल्स, SLR, इंसास और .303 राइफल्स जैसे अत्याधुनिक हथियार के साथ लगभग 3 बजे बी. फ़ेनोम गांव पर हमला कर दिया. इस दौरान हिंस भीड़ ने तोड़फोड़ और लूटपाट तो की ही कई घरों को भी जला दिया गया.
इस हिंसा से भागकर 2 पुरुष और 3 महिलाएं भाग गए जिन्हें बाद में नोंगपोक सेकमाई पुलिस टीम ने बचा लिया. जब सभी को पुलिस स्टेशन ले जाया जा रहा था तो भीड़ ने पुलिस स्टेशन से कुछ दूर पर हमला किया. इस दौरान ये भीड़ तीनों महिलाओं और 2 पुरुषों को घसीटते हुए जंगल की ओर ले गई. बता दें, मणिपुर में 3 मई से हिंसा जारी है जिसकी शुरुआत कुकी समुदाय की ओर से निकाले गए ‘आदिवासी एकता मार्च’ के दौरान हुई थी.
इंडिजिनस ट्राइबल लीडर्स फोरम का दावा है कि वीडियो में दिखाई देने वाली महिलाएं कुकी-ज़ो जनजाति की थीं जिनके साथ छेड़छाड़ करने वाली भीड़ मैतेई समुदाय से थी. इस घटना के एक महीने बाद 21 जून को FIR दर्ज़ करवाई गई है. FIR में IPC की धारा के तहत धारा 153ए, 398, 427, 436, 448, 302, 354, 364, 326, 376, 34 और शस्त्र अधिनियम की धारा 25(1सी) के तहत शिकायत दर्ज़ की गई है.
बताया जा रहा है कि इस भीड़ ने एक आदमी की भी हत्या की थी जिसके बाद हिंसक और अमानवीय भीड़ ने 3 महिलाओं को निर्वस्त्र कर दिया था. तीनों महिलाओं में से एक की उम्र 19 वर्ष बताई जा रही है जिसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया. जब पीड़िता के भाई ने उसकी मदद करने की कोशिश की तो उसकी हत्या कर दी गई. बाद में तीनों महिलाएं अनजान लोगों की मदद लेकर भागने में सफल रहीं.
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने इस वीडियो को लेकर कहा है कि सरकार ने उस वीडियो का स्वतः संज्ञान ले लिया है. वीडियो को लेकर जांच के आदेश दिए गए हैं. बी.फेनोम गांव के 65 साल के प्रमुख थांगबोई वैफेई ने सैकुल पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज़ करवाई है. शिकायत में बताया गया है कि भीड़ ने तीसरी महिला के साथ भी सामूहिक बलात्कार किया था. वीडियो वायरल होने के बाद केंद्र से लेकर राज्य सरकार सवालों के घेरे में आ गई है. ये भी सवाल उठ रहे हैं कि आखिर मणिपुर हिंसा को रोकने में सरकार क्यों नाकाम साबित हो रही है?