नई दिल्ली। श्रद्धा हत्यकांड जैसी घटना को अंजाम देने वाले खूंखार आरोपी आफताब के सिर पर अब खतरे के बादल मंडराने लगे हैं। आफताब पर जानलेवा हमले की साजिश करने वाले आरोपियों को फिलहाल कोर्ट ने न्यायिक हिरासत मे भेज दिया है। लेकिन पुलिस के सामने आफताब की सुरक्षा को लेकर बड़ी चुनौती है। टीवी […]
नई दिल्ली। श्रद्धा हत्यकांड जैसी घटना को अंजाम देने वाले खूंखार आरोपी आफताब के सिर पर अब खतरे के बादल मंडराने लगे हैं। आफताब पर जानलेवा हमले की साजिश करने वाले आरोपियों को फिलहाल कोर्ट ने न्यायिक हिरासत मे भेज दिया है। लेकिन पुलिस के सामने आफताब की सुरक्षा को लेकर बड़ी चुनौती है। टीवी देखकर आफताब की हत्या का मंसूबा बनाने वाले दोनों अपराधियों को भले ही पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। लेकिन अन्य तीन अपराधियों की तलाश की जा रही है।
दिल्ली के महरौली में श्रद्धा वालकर हत्याकांड के आरोपी आफताब पूनावाला को भले ही तिहाड़ जेल भेज दिया गया है, लेकिन उसकी सुरक्षा पुलिस के लिए अहम चुनौती है, इन्ही सुरक्षा कारणों के चलते आफताब के सेल से बाहर निकलने के समय मे भी अन्तर किया गया था।
लेकिन बीते दिन आफताब पर हमला करने वाले कुलदीप एवं निगम गुर्जर दोनों ही पुलिस की हिरासत में हैं तथा उनके तीन अन्य साथियों को पुलिस खोज रही है। दोनों अपराधियों ने पूछताछ के दौरान बताया कि, उन्होने टीवी मे देखा था कि, आफताब क रोहिणी एफएसएल लाया जा रहा है, इसके बाद उनहोने यब योजना बनाई थी। फिलहाल दोनों आरोपियों को न्यायालय ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत मे भेज दिया है।
दोनों अपराधियों ने अपने तीन मित्रों के साथ भले ही आफताब की हत्या करने का मंसूबा बनाया हो लेकिन पुलिस की मुस्तैदी ने उनकी योजना पर पानी फेर दिया है। इस दौरान थर्ड बटालियन के डीसीपी ढल सिंह पाटले ने बताया कि, पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा ने दोपहर के दौरान पुलिस ऑफिस का दौरा किया था।
उन्होने घटनाक्रम के दौरान सूझबूझ और मुस्तैदी का परिचय देने वाले बहादुर जवानों की प्रशंसा के साथ-साथ उन्हे पुरस्कृत भी किया है। उन्होने दो एसआई को दस-दस हजार एवं तीन अन्य को पांच-पांच हजार रुपए से पुरस्कृत किया है।