नई दिल्ली: कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय ने कई चीनी कंपनियों के खिलाफ जांच तेज कर दी है, जिनमें मोबाइल ऐप के जरिए ऑनलाइन ऋण देने वाली कंपनियां भी शामिल हैं. बता दें कि इनमें से कुछ जांच अपने अंतिम चरण में हैं. एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को कहा कि ऋण चुकाने के लिए अवैध […]
नई दिल्ली: कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय ने कई चीनी कंपनियों के खिलाफ जांच तेज कर दी है, जिनमें मोबाइल ऐप के जरिए ऑनलाइन ऋण देने वाली कंपनियां भी शामिल हैं. बता दें कि इनमें से कुछ जांच अपने अंतिम चरण में हैं. एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को कहा कि ऋण चुकाने के लिए अवैध ऐप्स का उपयोग करने वाली कंपनियों की जांच हाल ही में तेज हो गई है.
मंत्रालय उन कंपनियों और पार्टियों के खिलाफ कार्रवाई करता है जो अपने लाभकारी मालिकों को छुपाते है. चीनी कंपनियों की जांच के बारे में इस अधिकारी ने कहा, ”यह मंत्रालय इस बात की भी जांच कर रहा है कि इन कंपनियों पर कोई उल्लंघन हुआ है या नहीं.” अधिकारियों ने कहा कि कुछ मामलों की जांच गंभीर धोखाधड़ी जांच कार्यालय (एसएफआईओ) द्वारा भी की जा रही है, बताया जा रहा है कि जानकारी शुरू हो गई है, और प्रौद्योगिकी (आईटी). दरअसल कुछ कंपनियों के फंड की उत्पत्ति का पता लगाना मुश्किल हो सकता है.
वित्त मंत्रालय ने संसद के बजट सत्र में बताया कि Google ने सितंबर 2022 और अगस्त 2023 के बीच अपने प्ले स्टोर से 2,200 से अधिक धोखाधड़ी वाले क्रेडिट ऐप्स को ब्लॉक या हटा दिया. जनवरी में दिल्ली और हरियाणा क्षेत्र के कंपनी रजिस्ट्रार ने भारतीय कंपनी और उससे जुड़े व्यक्तियों और संस्थाओं पर 21 लाख रुपये से अधिक का जुर्माना लगाया है.
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