नई दिल्ली: एक देश-एक चुनाव को लेकर आज राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता वाली समिति की दूसरी बैठक हुई. मीटिंग में देश में एक साथ चुनाव कैसे हो सकते हैं, इसका रोड मैप शेयर किया गया. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, कानून मंत्री अर्जुनराम मेघवाल समेत समिति के अन्य सदस्य […]
नई दिल्ली: एक देश-एक चुनाव को लेकर आज राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता वाली समिति की दूसरी बैठक हुई. मीटिंग में देश में एक साथ चुनाव कैसे हो सकते हैं, इसका रोड मैप शेयर किया गया. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, कानून मंत्री अर्जुनराम मेघवाल समेत समिति के अन्य सदस्य इस मीटिंग में शामिल हुए. समिति ने एक देश-एक चुनाव को लेकर विधि आयोग को 25 अक्टूबर को आमंत्रित किया है.
बता दें कि इससे पहले एक देश-एक चुनाव को लेकर गठित हुई समिति की एक बैठक हो चुकी है. पहली बैठक में अलग-अलग राजनीतिक पार्टियों से इस नई व्यवस्था पर उनका विचार जानने का फैसला किया गया था. समिति ने सभी पार्टियों को अगले तीन महीनों में वन नेशन वन इलेक्शन पर अपने विचार लिखित रूप से देने का विकल्प दिया है. गौरतलब है कि लॉ कमीशन के अध्यक्ष ऋतुराज अवस्थी ने कुछ दिनों पहले कहा था कि देश में एक चुनाव कराने के लिए केंद्र को संविधान में कई अहम बदलाव करने होंगे.
‘वन नेशन वन इलेक्शन’ की पहली बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, गुलाब नबी आजाद, वित्त आयोग के पूर्व अध्यक्ष एन.के. सिंह, लोकसभा के पूर्व महासचिव सुभाष कश्यप और पूर्व सतर्कता आयोग संजय कोठारी बैठक में मौजूद रहे थे. बैठक के बाद एक बयान जारी किया गया. जिसमें राजनीतिक दलों से सुझाव मांगा गया है. इस कमिटी ने मान्यता प्राप्त राजनीतिक दल, राज्यों में सत्तारूढ़ दलों, संसद में अपना प्रतिनिधित्व रखने वाले दलों और अन्य मान्यता प्राप्त क्षेत्रीय दलों से सुझाव मांगा गया.