मुंबई: पश्चिम बंगाल में बीजेपी ने फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ पर प्रतिबंध लगाने के बाद कल सोमवार को पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी और उनकी सरकार की आलोचना की है। वहीं पार्टी का कहना है कि यह निर्णय नागरिक स्वतंत्रता और अभिव्यक्ति की आजादी पर गंभीर सवाल उठाता है। इतना ही नहीं बीजेपी के […]
मुंबई: पश्चिम बंगाल में बीजेपी ने फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ पर प्रतिबंध लगाने के बाद कल सोमवार को पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी और उनकी सरकार की आलोचना की है। वहीं पार्टी का कहना है कि यह निर्णय नागरिक स्वतंत्रता और अभिव्यक्ति की आजादी पर गंभीर सवाल उठाता है। इतना ही नहीं बीजेपी के आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने कहा कि यह फैसला दुर्भाग्यपूर्ण है, क्योंकि फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ उन पीड़ितों की वास्तविक पीड़ा दर्शाती है, जिन्होंने जनसांख्यिकीय आक्रमण की भयावहता को सहन किया है। साथ ही उनका कहना है कि फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे आतंकवादी संगठन आईएस ने भोलेभाले लोगों को बरगलाकर उनका इस्तेमाल किया। वहीं इस खतरे की चर्चा एक नहीं, बल्कि केरल के 2 पूर्व मुख्यमंत्रियों वीएस अच्युतानंदन (एक कम्युनिस्ट नेता) और कांग्रेस के ओमन चांडी ने भी किया था।
दरअसल उन्होंने सवाल किया कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इस प्रतिबंध से किसे खुश करने का प्रयास कर रही हैं? क्या उन्हें लगता है कि बंगाल के मुस्लिम भारतीय संविधान की तुलना में आईएस से ज्यादा जुड़ाव रखते हैं? उनकी इस विरोधाभासी राजनीति पर शर्म आती है।
इससे पहले एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कल सोमवार को विवादास्पद फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ के प्रदर्शन पर तत्काल रोक लगाने का निर्देश दिया है। इतना ही नहीं उन्होंने बताया कि इसी कारण नफरत और हिंसा की किसी भी घटना से बचा जा सकता है। अधिकारी का कहना है कि फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ दिखाने वाले किसी भी सिनेमाघर के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इससे पहले दिन में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ‘द केरल स्टोरी’ को एक विकृत फिल्म कहा, जिसका उद्देश्य दक्षिणी राज्य को बदनाम करना था।