नई दिल्ली: देशभर में छठ महापर्व की धूमधाम से तैयारी चल रही है। खासकर बिहार, पटना समेत कई जगह पर इस पर्व का विशेष महत्व है। नहाय-खाय के पहले दिन, गंगा घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ देखने को मिली। लोग पारंपरिक तरीके से छठ पूजा की तैयारी कर रहे हैं, जिसमें स्नान और विशेष पकवान बनाने का काम शामिल है।
नहाय-खाय छठ पूजा का पहला दिन होता है, जब श्रद्धालु अपने घरों में शुद्धता का ध्यान रखते हुए स्नान करते हैं और खास व्यंजन तैयार करते हैं। इस दिन, खासकर कद्दू, चिउड़े, चावल, लौकी का प्रसाद, दाल और चटनी का सेवन किया जाता है। यह पर्व सूर्य देवता और उनकी बहन छठी माई को समर्पित है। छठ पर्व न केवल धार्मिक अवसर है, बल्कि यह एक सामाजिक उत्सव भी है। इस दौरान लोग एक-दूसरे से मिलते हैं, सहयोग करते हैं और अपने रिश्तों को मजबूत बनाते हैं। नहाय खाय के दिन से शुरू होकर यह पर्व चार दिनों तक चलता है, जिसमें श्रद्धालु सूर्य को अर्ध्य देने के लिए घाटों पर एकत्र होते हैं।
नहाय खाय के अवसर पर पटना के गंगा घाटों पर भारी भीड़ उमड़ी। श्रद्धालु सवेरे से ही घाटों पर पहुंचे। यहां लोग स्नान करने के बाद खास पकवान बनाकर भगवान सूर्य और छठ मैया को अर्पित करने के लिए तैयार हो रहे हैं। नहाय खाय में आमतौर पर दाल, चावल, कद्दू और घी से बनी खास मिठाइयां बनाईं जाती हैं। इस दौरान घाटों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। पुलिस और प्रशासन की टीम ने श्रद्धालुओं की मदद के लिए तैयारियां की हैं। स्वास्थ्य सुविधाओं का भी विशेष ध्यान रखा गया है ताकि किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े।
स्थानीय प्रशासन ने भी छठ महापर्व को देखते हुए व्यापक तैयारियां की हैं। घाटों पर सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ाया गया है और भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस तैनात की गई है। इसके अलावा, सफाई व्यवस्था पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है ताकि श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न हो। गंगा घाटों पर जिला प्रशासन द्वारा सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किया गया है तो वही भद्र घाट पर गंगा नदी में SSB के जवानों को तैनात किया गया है।
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