Inkhabar logo
Google News
सरकार का वक्फ संशोधन बिल होगा फेल! 13 दिन में 3.66 करोड़ मुस्लिमों ने भेजा ईमेल

सरकार का वक्फ संशोधन बिल होगा फेल! 13 दिन में 3.66 करोड़ मुस्लिमों ने भेजा ईमेल

नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने वक्फ संशोधन बिल लाकर मुसलमानों में रोष पैदा कर दिया है। अब इसका विरोध जताने के लिए मुस्लिमों ने ईमेल भेजना शुरू कर दिया है। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) ने शनिवार को कहा कि अगर मुसलमान बिल में संशोधन नहीं चाहते हैं तो इसे दरकिनार कर देना चाहिए।

13 दिन में 3.66 करोड़ ईमेल

बेंगलुरु में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए एआईएमपीएलबी के महासचिव मौलाना मोहम्मद फजलुर्रहीम मुजद्दिदी ने कहा, “सिर्फ 13 दिनों में 3.66 करोड़ से ज़्यादा मुसलमानों ने ईमेल के ज़रिए वक्फ संशोधन बिल पर अपना विरोध जताया है। जब मुसलमान इस बिल को नहीं चाहते हैं तो सरकार को इसे दरकिनार कर देना चाहिए।”

एआईएमपीएलबी ने कहा कि संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) ने इस मुद्दे पर जनता की राय मांगी थी। मुजद्दिदी ने कहा, “वक्फ बोर्ड के लिए पहले लाए गए सभी संशोधनों का उद्देश्य इसे मजबूत करना था। हम जानते हैं कि मौजूदा बिल वक्फ बोर्ड को कमजोर करेगा। यही वजह है कि एआईएमपीएलबी इन संशोधनों को स्वीकार नहीं कर रहा है। वे इस मामले से कानूनी तौर पर कैसे निपटना है, यह भी तय करेंगे। हम आग्रह करते हैं कि इस मुद्दे पर विचार किया जाए और इस बात पर विचार किया जाए कि मुसलमान क्या चाहते हैं।”

कनार्टक सरकार दे रही साथ

कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने शनिवार को अधिकारियों को निर्देश दिया कि वक्फ भूमि के मुद्दे पर किसानों को भेजे गए सभी नोटिस तुरंत वापस लिए जाएं। किसानों को किसी भी तरह की असुविधा नहीं होनी चाहिए। राजस्व विभाग, अल्पसंख्यक कल्याण विभाग और वक्फ बोर्ड के वरिष्ठ अधिकारियों की उच्च स्तरीय बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने यह निर्देश दिया।

कर्नाटक भाजपा ने केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी को तत्काल नोटिस हटाने और वक्फ अदालतों को बंद करने की मांग को लेकर 4 नवंबर को राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन की घोषणा की है।

ये भी पढ़ेः- 25 नवंबर से संसद का शीतकालीन सत्र: वन नेशन-वन इलेक्शन और वक्फ बिल पर हंगामे के आसार

अमित शाह से टकरा कर कनाडा ने कर दी सबसे बड़ी गलती, मोदी ने ले लिया बड़ा एक्शन

Tags

3 crore Muslims Sends EmailAIMPLBhindi newsinkhabarkarnatakaMuslimsWaqf Amendment Bill
विज्ञापन