गेट बना यमलोक का दरवाजा! हाथरस में ये इंतजाम होता तो बच जाती 122 लोगों की जान

हाथरस/लखनऊ: यूपी के हाथरस में एक सत्संग के दौरान मची भगदड़ में 122 लोगों की जान चली गई. जबकि 150 से ज्यादा लोग घायल हो गए, जिन्हें अस्पताल ले जाया गया है. बताया जा रहा है कि घायलों में कई लोगों की हालत गंभीर है, मरने वालों लोगों की संख्या में इजाफा हो सकता है. […]

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गेट बना यमलोक का दरवाजा! हाथरस में ये इंतजाम होता तो बच जाती 122 लोगों की जान

Vaibhav Mishra

  • July 2, 2024 7:22 pm Asia/KolkataIST, Updated 5 months ago

हाथरस/लखनऊ: यूपी के हाथरस में एक सत्संग के दौरान मची भगदड़ में 122 लोगों की जान चली गई. जबकि 150 से ज्यादा लोग घायल हो गए, जिन्हें अस्पताल ले जाया गया है. बताया जा रहा है कि घायलों में कई लोगों की हालत गंभीर है, मरने वालों लोगों की संख्या में इजाफा हो सकता है.

भोले बाबा का चल रहा था प्रवचन

हाथरस के फुलरई गांव में भोले बाबा का यह प्रवचन चल रहा था, जिसमें शामिल होने के लिए हाथरस और आसपास के जिलों के करीब 15 हजार श्रद्धालु वहां पहुंचे थे. हाथरस के डीएम ने बताया कि एसडीएम ने इस कार्यक्रम की अनुमति दी थी. यह एक निजी कार्यक्रम था. सुरक्षा के लिए यहां पुलिस की ड्यूटी लगाई गई थी, लेकिन कार्यक्रम के अंदर की व्यवस्था आयोजकों द्वारा की जानी थी.

ये इंतजाम होता तो नहीं होता हादसा!

प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि भोले बाबा का सत्संग खत्म होने के बाद लोग एक छोटे से हॉल से एक साथ निकल रहे थे. भक्त जहां से निकल रहे थे, वो गेट भी पतला था. इस दौरान पहले निकलने के चक्कर में वहां पर भीषण भगदड़ मच गई. लोग एक दूसरे पर गिरने लगे, जिसमें दबकर कई लोगों की जान चली गई. बताया जा रहा है कि अगर भक्तों के बाहर निकलने के दो से तीन गेट का इंतजाम होता तो ये हादसा होने से रोका जा सकता है.

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