कभी भुलाया नहीं जा सकता आपातकाल का काला अध्याय- जेपी नड्डा

आपातकाल के 47 साल: नई दिल्ली। आज देश में आपातकाल को लगे हुए 47 साल पूरे हुए। 1975 में आज ही के दिन तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने देश में आपातकाल लगाने की घोषणा की थी। स्वतंत्र भारत के इतिहास में इस घटना को लोकतंत्र के काले अध्याय के रूप में याद किया जाता है। […]

Advertisement
कभी भुलाया नहीं जा सकता आपातकाल का काला अध्याय- जेपी नड्डा

Vaibhav Mishra

  • June 25, 2022 5:42 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

आपातकाल के 47 साल:

नई दिल्ली। आज देश में आपातकाल को लगे हुए 47 साल पूरे हुए। 1975 में आज ही के दिन तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने देश में आपातकाल लगाने की घोषणा की थी। स्वतंत्र भारत के इतिहास में इस घटना को लोकतंत्र के काले अध्याय के रूप में याद किया जाता है। कांग्रेस पार्टी और गांधी परिवार को हमेशा से ही आपातकाल को लेकर आलोचना का सामना करना पड़ता है। इसी बीच आज आपातकाल के 47 साल पूरे होने पर बीजेपी नेताओं ने कांग्रेस पार्टी पर तीखा हमला बोला।

काले दिनों को कभी भुलाया नहीं जा सकता- नड्डा

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने ट्वीट कर लिखा कि आपातकाल के काले दिनों में कांग्रेस पार्टी द्वारा हमारे देश की लोकतांत्रिक संस्थाओं को सुनियोजित और व्यवस्थित तरीके से नष्ट करने को कभी नहीं भुलाया जा सकेगा। आज हम उन महान नायकों को याद करते हैं जिन्होंने भारतीय लोकतंत्र और संवैधानिक मूल्यों की रक्षा के लिए लड़ाई लड़ी।

विदेशी शासन को पीछे छोड़ा- अमित शाह

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने आपातकाल लगाने के 47 साल पूरे होने पर ट्वीट कर लिखा- 1975 में आज ही के दिन कांग्रेस ने सत्तामोह में रातो-रात हर भारतीय के संवैधानिक अधिकारों को छीन आपातकाल थोपा व निर्दयता में विदेशी शासन को भी पीछे छोड़ दिया। इस तानाशाही मानसिकता के विरुद्ध लोकतंत्र की पुनर्स्थापना के महायज्ञ में अपना सर्वस्व अर्पण करने वाले सभी देशभक्तों को नमन।

लोकतंत्र के प्रति समर्पित हो भारतवासी-राजनाथ

केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने लिखा कि आज से 47 साल पहले भारत में आपातकाल का लागू होना, इस देश के इतिहास का ऐसा काला अध्याय है, जिसे कभी भूला नहीं जा सकता। आज के दिन सभी भारतवासियों को लोकतंत्र की रक्षा के प्रति न केवल स्वयं को समर्पित करना चाहिए बल्कि संविधान और संस्थाओं की गरिमा बनाए रखने का भी संकल्प लेना चाहिए।

India Presidential Election: जानिए राष्ट्रपति चुनाव से जुड़ी ये 5 जरुरी बातें

Advertisement