नई दिल्ली: पीएम मोदी ने गुरुवार को 78वें स्वतंत्रता दिवस पर अपने संबोधन के दौरान लाल किले से कहा कि केंद्र सरकार देश में ऐसी शिक्षा प्रणाली बनाना चाहती है, जिससे युवाओं को पढ़ाई के लिए विदेश न जाना पड़े.
नई दिल्ली: पीएम मोदी ने गुरुवार को 78वें स्वतंत्रता दिवस पर अपने संबोधन के दौरान लाल किले से कहा कि केंद्र सरकार देश में ऐसी शिक्षा प्रणाली बनाना चाहती है, जिससे युवाओं को पढ़ाई के लिए विदेश न जाना पड़े. अगले पांच वर्षों में देश में मेडिकल सीटें 75,000 तक बढ़ाई जाएंगी.
पीएम मोदी ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में हमने सुनिश्चित किया है कि लगभग 1 लाख मेडिकल सीटें हों, लगभग 25,000 युवा मेडिकल की पढ़ाई के लिए विदेश जाते हैं और उन्हें ऐसी-ऐसी जगहों पर जाना पड़ता है कि मुझे आश्चर्य होता है. इसके कारण हमने तय किया है कि अगले पांच वर्षों में हम 75,000 नई मेडिकल सीटें बनाएंगे.
मोदी ने पिछले कुछ वर्षों में अस्पतालों की संख्या बढ़ाने और मेडिकल उम्मीदवारों को उनके सपने को हासिल करने में मदद करने के लिए मेडिकल सीटों की संख्या बढ़ाने की भी बात की. उन्होंने कहा कि हमने अस्पतालों की संख्या में वृद्धि को मंजूरी देकर स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे का विस्तार किया है. हमने मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस सीटों की संख्या में वृद्धि की भी घोषणा की है ताकि हमारे बच्चे डॉक्टर के रूप में देश की सेवा करने के साथ अपने सपने को पूरा कर सकें.
पीएम ने कहा कि मेरे देश में 100 स्कूल हैं जहां बच्चे सैटेलाइट बना रहे हैं और एक दिन उन्हें रिलीज़ करने की इच्छा भी रखते हैं. आज हजारों टिंकरिंग लैब नए वैज्ञानिक तैयार कर रहे हैं. आज हजारों टिंकरिंग लैब लाखों बच्चों को विज्ञान और प्रौद्योगिकी की राह पर चलने के लिए प्रेरित कर रही हैं. मैं अपने देश के युवाओं से कहना चाहता हूं कि आज अवसरों की कोई कमी नहीं है, आप जितने अवसर चाहते हैं, ये देश उससे अधिक अवसर पैदा करने में सक्षम है.
40 करोड़ थे जब महासत्ता को हराया, आज तो 140 करोड़ हैं… लाल किले से पीएम मोदी