1 फरवरी को जारी किए गए केंद्रीय बजट में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने ओबामा केयर की तर्ज पर मोदी केयर योजना की घोषणा की जिसके तहत 50 करोड़ लोगों को सस्ती दर पर स्वास्थ्य बीमा का लाभ पहुंचाया जायेगा. 2 अक्टूबर से लागू हो रहे इस योजना में 1.20 लाख करोड़ के वार्षिक प्रीमियम की आवश्यकता होगी.
नई दिल्ली. बीते 1 फरवरी को पेश किए गए बजट में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने ‘ओबामा केयर’ की तर्ज ‘आयुष्मान योजना’ शुरू की है जिसे आम भाषा में ‘मोदी केयर’ भी कहा जा रहा है . इस कैशलेस योजना के तहत 10 करोड़ परिवारों को सस्ती दरों पर स्वास्थ्य बीमा का लाभ पहुंचाया जायेगा. ऐसे में प्रत्येक परिवार में करीब 5 व्यक्तियों की दर के हिसाब से कुल 50 करोड़ लोगों तक मोदी केयर का लाभ पहुंचेगा. आयुष्मान योजना की सफलता के लिए 1.20 लाख करोड़ वार्षिक प्रीमियम चाहिए होगा.
बता दें कि अमेरिका में ‘ओबामा केयर’ योजना में करीब दो करोड़ अमेरिकियों को स्वास्थ्य बीमा का लाभ दिया गया था लेकिन आयुष्मान योजना में ये संख्या काफी बड़ी (50 करोड़) है. ऐसे में यह विश्व की अपने तरह की सबसे बड़ी योजना है. वहीं हिसाब लगाया जाए तो करीब 130 करोड़ की आबादी में 40 प्रतिशत के लिए बड़े स्वास्थ्य सुरक्षा योजना का एलान इस बार के बजट में किया गया है. इसके तहत लोगों को 5 लाख रुपये तक का कैशलेस स्वास्थ्य बीमा का लाभ दिया जायेगा. जबकि अबतक राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत गरीब परिवारों को 30 हजार रुपये तक का लाभ दिया जाता रहा है.
जटली ने बजट पेश करने के बाद एक इंटरव्यू में कहा कि ‘अमेरिका में ओबामा केयर सफल हुआ हो या नहीं हुआ हो, लेकिन अपने यहां आयुष्मान योजना जरूर सफल होगा.’ बजट के भाषण में जेटली ने कहा था कि इसकी सफलता पर इसे और विस्तार दिया जायेगा और अन्य परिवारों को भी इसके दायरे में लाया जायेगा. बता दें कि कल यानि गुरुवार को वित्त मंत्री अरुण जेटली ने केंद्रीय बजट पेश किया जिसके बाद से विपक्ष की ओर से खूब आरोप प्रत्यारोप किए गए.
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