नई दिल्ली: 37वें सूरजकुंड अंतर्राष्ट्रीय मेले में दुनिया भर से अभूतपूर्व भागीदारी देखने को मिलेगी. बता दें कि मेले का उद्घाटन शुक्रवार को अपराह्न तीन बजे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू करेंगी, और सूरजकुंड मेले को लेकर लोगों में जबरदस्त उत्साह है. पर्यटन विभाग विकलांग व्यक्तियों, वरिष्ठ नागरिकों, सैन्य कर्मियों और पूर्व सैनिकों को टिकटों पर 50 […]
नई दिल्ली: 37वें सूरजकुंड अंतर्राष्ट्रीय मेले में दुनिया भर से अभूतपूर्व भागीदारी देखने को मिलेगी. बता दें कि मेले का उद्घाटन शुक्रवार को अपराह्न तीन बजे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू करेंगी, और सूरजकुंड मेले को लेकर लोगों में जबरदस्त उत्साह है. पर्यटन विभाग विकलांग व्यक्तियों, वरिष्ठ नागरिकों, सैन्य कर्मियों और पूर्व सैनिकों को टिकटों पर 50 प्रतिशत की छूट दे रहा है. दरअसल हरियाणा सरकार के पर्यटन विभाग के प्रधान सचिव एमडी सिन्हा ने गुरुवार को ये जानकारी दी है कि 37वां सूरजकुंड अंतर्राष्ट्रीय शिल्प मेला 2 से 18 फरवरी तक आयोजित किया गया है. हालांकि उद्घाटन समारोह में मुख्य रूप से राज्य के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय, मुख्यमंत्री मनोहर लाल, विरासत और पर्यटन मंत्री कंवर पाल, बिजली और भारी उद्योग मंत्री कृष्णपाल, परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा, विधायक सीमा त्रिखा और प्रदेश सरकार के पर्यटन विभाग के अधिकारी मुख्य रूप से मौजूद होंगे.
बता दें कि मेले में गुजरात थीम राज्य है, जो क्षेत्र के विभिन्न कला रूपों और हस्तशिल्प के द्वारा अपनी अनूठी संस्कृति और समृद्ध विरासत को प्रदर्शित कर रहा है. दरअसल पर्यटकों को गुजरात की विरासत और संस्कृति को जानने का अवसर मिलने वाला है. गुजरात के सैकड़ों कलाकार विभिन्न लोक कला और नृत्य भी प्रस्तुत करेंगे. इसके साथ ही अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, सिक्किम और त्रिपुरा के कलाकार कला, शिल्प, व्यंजन और प्रदर्शन कला का प्रदर्शन भी करेंगे, और पर्यटकों के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन शाम को मुख्य चौपाल भी किया जाएगा. हालांकि पंजाब से भांगड़ा, असम से बिहू, बरसाना की होली, हरियाणा से लोक नृत्य, हिमाचल प्रदेश से जमकड़ा, हाथ की चक्की का लाइव प्रदर्शन का भी लुत्फ उठा पाएंगे.
दरअसल 37वें अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड मेले में बोत्सवाना, कोमोरोस, इस्यातिनी, इथियोपिया, गाम्बिया, घाना, गिनी बिसाऊ, केन्या, मेडागास्कर, मलावी, माली, मोजाम्बिक, नामीबिया, नाइजीरिया, प्रिंसिपी, सेनेगल, सेशेल्स, युगांडा, जान्थिया, जिम्बाब्वे, अल्जीरिया, आर्मेनिया, बांग्लादेश, बेलारूस, कांगो, डोमिनिकन, एस्टोनिया, आयरलैंड, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, लेबनान, मॉरीशस, म्यांमार, नेपाल, रूस, श्रीलंका, सीरिया, थाईलैंड, ट्यूनीशिया, तुर्की, यूनाइटेड किंगडम, उज्बेकिस्तान, भूटान, कैमरून और जॉर्डन समेत 50 देश इसमें हिस्सा ले रहे हैं, और संयुक्त गणराज्य तंजानिया साझेदार राष्ट्र के रूप में हिस्सा ले रहा है.
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