नई दिल्ली: बांग्लादेश में कुछ महीनों से विरोध प्रदर्शन चल रहा है, जिसमें कई लोगों की जानें भी गई. बीते दिनों हमने ये देखा कि ढाका के खिलगांव थाना इलाके में हिंदू मंदिर और घरों पर हमला किया गया है. हमलावरों ने घरों में जाकर तोड़फोड़ की हैं. इसी बीच हमला बढ़ने के बाद मस्जिदों […]
नई दिल्ली: बांग्लादेश में कुछ महीनों से विरोध प्रदर्शन चल रहा है, जिसमें कई लोगों की जानें भी गई. बीते दिनों हमने ये देखा कि ढाका के खिलगांव थाना इलाके में हिंदू मंदिर और घरों पर हमला किया गया है. हमलावरों ने घरों में जाकर तोड़फोड़ की हैं. इसी बीच हमला बढ़ने के बाद मस्जिदों से ऐलान किया गया कि किसी को नुकसान न पहुंचाया जाए. वहीं कुछ जगहों पर मंदिरों की सुरक्षा करने के लिए छात्रों को तैनात किया गया, जबकि रात भर जागकर मंदिरों की हिफाजत किए.
बता दें कि बांग्लादेश में मस्जिदों के अंदर से ऐलान किया गया कि हम छात्र आपसे गुजारिश करते है कि देश में अशांति का माहौल चल रहा है. हमें इस मौके पर हम सभी को सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखना जरुरी है. हमें अल्पसंख्यकों की रक्षा करनी चाहिए. उनके जान और माल की बदमाशों-बुरी ताकतों से बचना चाहिए.
यह सिर्फ हमारी ही जिम्मेदारी नहीं हैं, बल्कि आपकी भी हैं. इसको लेकर हम सभी को सतर्क रहना हैं. ऐलान करने के बाद एक वीडियो में देखा गया कि ढाकेश्वरी मंदिर के बाहर रात 1 बजे के करीब छात्र सुरक्षा कर रहे थें.
वहीं इस मुद्दे पर बांग्लादेश जमात-ए-इस्लामी के प्रमुख का बयान आया. उन्होंने कहा कि इस वक्त एक निहित स्वार्थी वर्ग कानून-व्यवस्था की स्थिति को खराब करने की साजिश रची जा रही है. खासकर तब, जब देश में अराजकता की स्थिति पैदा करने के लिए कई धार्मिक स्थलों, घरों और चल-अचल संपत्तियों पर हमले किए जा सकते हैं.
बांग्लादेश जमात-ए-इस्लामी लोगों, तमाम राजनीतिक दलों के नेताओं, कार्यकर्ताओं और साथी देशवासियों से अपील करता है कि वे पहरेदार की रोल निभाएं, ताकि कोई भी ऐसी स्थिति पैदा करने के बारे में न सोचे.